चमियाला के ग्राम सभा काँगड़ा में ग्रामीणों द्वारा सड़क निर्माण आन्दोलन को पूर्ण समर्थन दशरथ माँझी की राह पर ग्राम सभा काँगड़ा के ग्राम वासी-
घनसाली - कई सालों से सड़क की माँग कर रहे ग्राम सभा काँगड़ा के ग्राम वासियों का सब्र का बाँध टूट गया ओर सभी गाँव-वासियों ने हाथों में कुदाल ,फावड़ा,गैंती उठाकर ख़ुद ही सड़क बनानी शुरू कर दी ।
गाँव वासियों का शासन -प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश का मुख्य कारण ग्राम वसियों को पिछले एक साल से pwd बिभाग द्वारा गुमराह करना है ,साथ ही बिभाग द्वारा सड़क से कटे रास्ते न बनना भारी आक्रोश का मुख्य कारण है ।
आज जहाँ पूरे देश में हर गाँव सड़क पहुँच चुकी है वही चमियाला मुख्य बाज़ार से मात्र 11 km दूर बसा काँगड़ा गाँव आज भी सड़क के लिये तरश रहा है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है गाँववासियों को शिक्षा,उच्च-शिक्षा ,स्वास्थ्य उपचार ,कृषि भूमि की खेती वाड़ी व अन्य दैनिक कार्यों हेतु निरन्तर संघर्ष करना पड़ता है ।
बीमार होने पर चारपाई पर मरीज़ों को अस्पताल तक पहुँचना पड़ता है , जिस कारण कई लोगों को जान -माल का ख़तरा बना रहता है ।
साथ ही सड़क न होने व अधिक चढ़ाई व उतराई होने से बच्चों की शिक्षा में भी परेशानी उठनी पड़ती है जिस कारण कई ग्राम वासी अपनी शिक्षा से भी वंचित रहें है जो की आधुनिक युग में सर्वनाक है ।
बिभाग द्वारा पूर्व की सरकार के समय 5 km सड़क बनायी गयी थी ,जिसमें 10 km की स्वीकृति प्रदान है वर्तमान समय में शासन -प्रशासन का शेष सड़क पर वित्त न होना कारण बताया । ग्राम सभा वासियों का कहना है कि हर बार बिभाग एक माह में सड़क निर्माण करने का झूठा आश्वासन देता आ रहा है किन्तु हमेशा जनभावना का सम्मान नहीं हुआ ,जिस कारण निराश होकर ग्रामीणों ने ख़ुद ही सड़क बनाने की ठानी है ओर आक्रोश में कुदाँल ,गैंटी ,सब्बल ,बेलचा हाथ में उठा लिया जो कि लोकतंत्र के लिए एक बड़ा सन्देश है ।बिभाग द्वारा कई जगह खाना पूर्ति हेतु अनावश्यक सड़क बनानी गई है किन्तु काँगड़ा की सड़क जो कि जनहित में परम आवयक है उस पर ढिलाई बरतना दुर्भाग्यपूर्ण है ।
मेरा शासन प्रशासन से निवेदन है कि जनहित में मानव हित में ओर काँगड़ा के ग्राम वासियों के हित में शीघ्र सड़क पर वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने हेतु सकारात्मक पहल करें ताकि जनभावना का सम्मान हो ।प्रशान्त जोशी
सामाजिक कार्यकर्ता
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