जिला योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि को शत प्रतिशत ब्यय करना सुनिश्चित करें अधिकारी
चमोली- जिला योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि को गुणवत्ता के साथ शतप्रतिशत व्यय करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिला योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि को अभी तक व्यय न करने वाले सभी विभागीय अधिकारियों को दिये।
जिला योजना के तहत पूर्व में प्रस्तावित विकास कार्यो पर कतिपय विभागों द्वारा अभी तक अवमुक्त धनराशि खर्च न करने पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाते हुए अंतिम समय में कार्य करने की परम्परा को बदले। कहा कि 30 मार्च तक जो भी विभाग जिला योजना की धनराशि पूरी तरह से खर्च नही कर पायेगा, उन विभागों को अगली जिला योजना से धनराशि की कटौती की जायेगी।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिला योजना के अन्तर्गत अनुमोदित 4085.00 लाख धनराशि के सापेक्ष 3540.67 लाख की धनराशि विभागों ने व्यय कर दी है। जिला योजना में लोनिवि ने सबसे कम व्यय किया है। लोनिवि को 568.51 लाख धनराशि में से 69.09 प्रतिशत ही अभी तक व्यय किया है। पेयजल निगम ने 275.06 लाख धनराशि के सापेक्ष 80.70 प्रतिशत, खादी एवं ग्रामोद्योग ने 17.40 लाख के सापेक्ष 87.88 प्रतिशत व्यय किया है। लघु सिंचाई व सिंचाई विभाग ने भी जिला योजना के तहत अवमुक्त धनराशि अभी तक पूरी तरह व्यय नही की गई है। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को 30 मार्च तक जिला योजना के तहत अवमुक्त धनराशि को शत प्रतिशत व्यय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।
जिला योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि ट्रेजरी की साईट बंद होने के कारण 19 मार्च से ट्रेजरी बिल नही ले रही है, जिस कारण अधिकांश कार्यो के बिल भुगतान के लिए लंबित है। मुख्य कोषाधिकारी ने बताया कि ट्रेजरी की साईट खुलने पर लंबित बिलों को पास कर लिया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, अधीक्षण अभियंता लोनिवि जीसी आर्या, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, ईई जल निगम वीके जैन, ईई जल संस्थान प्रवीन शैनी सहित सभी संबधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
Team uk live
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