उत्तराखण्ड में 108 सेवा खुशियों की सवारी से बनती जा रही है मौत की सवारी
Jyoti dobhal
हल्द्वानी - खुशियों की सवारी 108 सेवा उत्तराखण्ड में मौत की सवारी बनती जा रही है सरकार इस ओर ध्यान नही दे रही है इस कारण 108 कर्मियों के परिवार के भरण पोषण के लाले पड़ गये हैं जहां कई महीनो से उनकी तनखा नही मिली वहीं 108 सेवा गाड़ी डीजल न मिल पाने के कारण रुकी पड़ी है जिस कारण लोगों को चिकित्सा व्यवस्था समय पर नही मिल पा रही है इसकी बानगी हमें बागेश्वर में देखने को मिली ၊
19 अप्रैल की शाम को बागेश्वर जिले के बैजनाथ में बाइक दुर्घटना में घायल युवक ने हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। 19 अप्रैल की रात्रि करीब 9:30 pm पुलिस को एक युवक बाइक से गिर घायल अवस्था मे बैजनाथ के करीब मिला। पुलिस ने युवक को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैजनाथ में भर्ती करवाया, जहाँ तैनात डॉ विजय कुमार गुप्ता ने घायल का प्राथमिक उपचार किया व गम्भीर चोट देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया। चिकित्सक ने स्वयं के फोन से 108 को सूचना दी, लेकिन 2 घण्टे तक 108 कर्मी बहाने ही बनाते रहें, कभी 108 में डीजल नही होना तो कभी ड्राइवर नही होने का हवाला देते रहें। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद 2 घण्टे बाद युवक को हायर सेंटर ले जाया गया। जहाँ रविवार दोपहर युवक की ईलाज के दौरान मौत हो गयी। युवक का नाम प्रमोद सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी बिन्ता जिला अल्मोड़ा बताया जा रहा है। यदि समय पर 108 घायल को हायर सेंटर के लिए ले जाती तो हो सकता था कि युवक की जान बच जाती। सरकार चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और पहाड़ो की जनता 108 के बिना हलकान नजर आ रही हैं ၊
हल्द्वानी - खुशियों की सवारी 108 सेवा उत्तराखण्ड में मौत की सवारी बनती जा रही है सरकार इस ओर ध्यान नही दे रही है इस कारण 108 कर्मियों के परिवार के भरण पोषण के लाले पड़ गये हैं जहां कई महीनो से उनकी तनखा नही मिली वहीं 108 सेवा गाड़ी डीजल न मिल पाने के कारण रुकी पड़ी है जिस कारण लोगों को चिकित्सा व्यवस्था समय पर नही मिल पा रही है इसकी बानगी हमें बागेश्वर में देखने को मिली ၊
19 अप्रैल की शाम को बागेश्वर जिले के बैजनाथ में बाइक दुर्घटना में घायल युवक ने हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। 19 अप्रैल की रात्रि करीब 9:30 pm पुलिस को एक युवक बाइक से गिर घायल अवस्था मे बैजनाथ के करीब मिला। पुलिस ने युवक को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैजनाथ में भर्ती करवाया, जहाँ तैनात डॉ विजय कुमार गुप्ता ने घायल का प्राथमिक उपचार किया व गम्भीर चोट देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया। चिकित्सक ने स्वयं के फोन से 108 को सूचना दी, लेकिन 2 घण्टे तक 108 कर्मी बहाने ही बनाते रहें, कभी 108 में डीजल नही होना तो कभी ड्राइवर नही होने का हवाला देते रहें। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद 2 घण्टे बाद युवक को हायर सेंटर ले जाया गया। जहाँ रविवार दोपहर युवक की ईलाज के दौरान मौत हो गयी। युवक का नाम प्रमोद सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी बिन्ता जिला अल्मोड़ा बताया जा रहा है। यदि समय पर 108 घायल को हायर सेंटर के लिए ले जाती तो हो सकता था कि युवक की जान बच जाती। सरकार चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और पहाड़ो की जनता 108 के बिना हलकान नजर आ रही हैं ၊
Team uk live
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