आखिर जीतने के बाद फिर से कहां गायब हो गई रानी साहिबा
संपादक - ज्योति डोभाल
टिहरी लोकसभा के चुनाव खत्म हो गये, रिजल्ट भी आ गया , सभी जगह मिठाइयां भी बंट गई, आतिशबाजी भी हो गई परन्तु जीती हुई प्रत्याशी जीतने के बाद एक बार भी धन्यवाद बोलने तक नही आ सकी आयेंगी भी क्यों अपने नाम पर तो जीती नही जो आयेंगी वो तो मोदी के नाम पर जीती हैं तो धन्यवाद किस बात का वो तो उन्होने वैसे भी जीतना ही था बगैर कोई काम करवाये अब पांच साल की ऐश उसके बाद देखेंगे कभी क्षेत्र का दौरा करके धन्यवाद भी बोल देंगे शायद दिल रखने के लिए
वैसे भी टिहरी की जनता को ये बात नही भूलनी चाहिये कि वो टिहरी रियासत की महारानी थी और रहेंगी फिर गुलामों को धन्यवाद किस बात का धन्यवाद करेंगे तो मोदी जी का जिनके रहम से जीती हैं ၊
अब पांच साल तक टिहरी का विकास भूल ही जाओ जब पिछले पांच सालों में नही हुआ तो अब कैसे होगा ၊
अरे भाई कोई समझाओ नादान जनता को क्षेत्र की समस्यायें भी तो पता होनी चाहिये ना तभी तो कुछ करेंगी महारानी साहिबा और नही भी करेंगी तो जनता क्या कर लेगी सिवाय आश लगाने के ၊
वैसे आश लगाना बुरी बात नही है और ना ही मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बुरी बात है क्योंकि सपने तो सपने ही होते हैं और सपने देखना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और इस अधिकार से महारानी जी हमें वंचित नही कर सकती क्योंकि सपने साकार तो होने नही तो कम से कम टिहरी क्षेत्र के विकास का सपना देखकर मन ही मन खुश तो हो ही सकते हैं ना ၊
Team uk live
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