माननीय उच्च न्यायालय का फैसला , सरकार के मुंह पर करारा तमाचा
ज्योति डोभाल (सम्पादक)
आखिर में सरकार को जनता के सामने झुकना ही पड़ा
देहरादून / नैनीताल - नैनीताल हाइकोर्ट ने सरकार द्वारा तीन बच्चो पर चुनाव न लड़ने का फैसला लेने व कोई भी कट ऑफ डेट ना देने के कारण कई ऐसे नेता जो पंचायत चुनाव की काफी पहले से तैयारी कर रहे थे और कुछ ऐसे भी थे जो पहली बार अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे , परन्तु सरकार के इसइस बेतुके फैसले से लोगों के सपने सपने ही रह गये थे ၊
इस फैसले के विरोध में जनप्रतिनिधियों ने माननीय उच्च न्यायालय में अपील कर रखी थी जिस पर आज फैसला आना था ၊
अभी अभी
माननीय उच्च न्यायालय ने तीन बच्चों वाले प्रकरण पर यह फैसला दिया है कि 25 जुलाई 2019 तक जिसके दो से अधिक बच्चे होंगे वे चुनाव लड़ सकते है, लेकिन 25 जुलाई2019 के बाद जिसके दो से अधिक बच्चे होंगे वे कभी भी चुनाव नहीं लड़ सकते ၊ इस लड़ाई को हाइकोर्ट में एडवोकेट संदीप कोठारी ने लड़ा और फैसला सरकार के विरोध में आया जिससे आम जनप्रतिनिधि तो खुश है परन्तु सरकार जरूर बैकफुट पर चली गई है ၊
कांग्रेस नेता व इस मुद्दे को हाइकोर्ट तक लेके जाने वाले जोत सिंह बिष्ट ने इस फैसले को आमजनमानस की जीत व सरकार की हार बताया ၊
उन्होने कहा कि सरकार को इस फैसले के बाद शर्म आनी चाहिये अपने इस बेतुके फैसले पर ၊
वहीं जिन जनप्रतिनिधियों ने पहले से तैयारी कर रखी थी क्षेत्र में उनके हौसले बुलन्द हो गये हैं और सरकार के मुंह पर भी करारा तमाचा पड़ा है ၊
Team uk live
आखिर में सरकार को जनता के सामने झुकना ही पड़ा
देहरादून / नैनीताल - नैनीताल हाइकोर्ट ने सरकार द्वारा तीन बच्चो पर चुनाव न लड़ने का फैसला लेने व कोई भी कट ऑफ डेट ना देने के कारण कई ऐसे नेता जो पंचायत चुनाव की काफी पहले से तैयारी कर रहे थे और कुछ ऐसे भी थे जो पहली बार अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे , परन्तु सरकार के इसइस बेतुके फैसले से लोगों के सपने सपने ही रह गये थे ၊
इस फैसले के विरोध में जनप्रतिनिधियों ने माननीय उच्च न्यायालय में अपील कर रखी थी जिस पर आज फैसला आना था ၊
अभी अभी
माननीय उच्च न्यायालय ने तीन बच्चों वाले प्रकरण पर यह फैसला दिया है कि 25 जुलाई 2019 तक जिसके दो से अधिक बच्चे होंगे वे चुनाव लड़ सकते है, लेकिन 25 जुलाई2019 के बाद जिसके दो से अधिक बच्चे होंगे वे कभी भी चुनाव नहीं लड़ सकते ၊ इस लड़ाई को हाइकोर्ट में एडवोकेट संदीप कोठारी ने लड़ा और फैसला सरकार के विरोध में आया जिससे आम जनप्रतिनिधि तो खुश है परन्तु सरकार जरूर बैकफुट पर चली गई है ၊
कांग्रेस नेता व इस मुद्दे को हाइकोर्ट तक लेके जाने वाले जोत सिंह बिष्ट ने इस फैसले को आमजनमानस की जीत व सरकार की हार बताया ၊
उन्होने कहा कि सरकार को इस फैसले के बाद शर्म आनी चाहिये अपने इस बेतुके फैसले पर ၊
वहीं जिन जनप्रतिनिधियों ने पहले से तैयारी कर रखी थी क्षेत्र में उनके हौसले बुलन्द हो गये हैं और सरकार के मुंह पर भी करारा तमाचा पड़ा है ၊
Team uk live
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें