कोरोना को लेकर बद्रीनाथ धाम की तिथि परिवर्तन करने से संत समाज के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओ में भी रोष
बद्रीनाथ :कोरोना महामारी को लेकर देश मे लॉक डाउन के चलते बद्रीनाथ की तिथि को परिवर्तन किया गया जिसके विरोध में अब आवाज उठने लगी है ।। संत समाज के बाद अब सामाजिक संगठन भी बद्रीनाथ तिथि बदलाव के विरोध पर खड़े हो गए है ।
जिसके चलते कांग्रेस प्रदेश सचिव व सामाजिक कार्यकर्ता कविन्द्र इस्टवाल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा ही जिस प्रकार गंगोत्री यमनोत्री के कपाट सोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए तय समय पर खोले गए है उसी प्रकार बद्रीनाथ के कपाट भी खोले जाने चाहिए थे। बद्रीनाथ कपाट की तिथि में परिवर्तन नही करना चाहिए था।।
आपको बतादे की भगवान बद्रीनाथ के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने थे लेकिन तिथि को बदलकर अब कपाट 15 मार्च को खोले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आदिगुरु संक्रचार्य के समय से ही तय समय पर बद्रीनाथ के कपाट खुलते आये है । यदि रावल जी द्वारा कपाट नही खुलते है तो वहां के तीर्थ पुरोहितों डिमरी , पुरोहित समाज के लोगो द्वारा कपाट को खोला जा सकता था।
साथ ही कविन्द्र इस्टवाल ने तिथि बदलाव को लेकर राज्य सरकार की नीति की घोर निंदा की ।
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