यज्ञ नारायण से महामारी निवृत्ति की कामना


रिपोर्ट : ज्योति डोभाल
 टिहरी (गजा ) :    जहां एक ओर हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिक कोरोना महामारी से निजात पाने के लिऐ दवाई ढूँढ़ने और लोगों की सेवा में लगे हैं वहीं उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल गजा घण्डियाल डांडा  में एक सिद्धपीठ मंदिर है जिसका वर्णन केदारखंड मे है ၊ यह मन्दिर 2185 मीटर की उचाई पर स्थित है जहां इस महामारी से निवृति हेतु मंदिर समिति के संरक्षण में पंडित मनोहरी लाल बिजल्वाण,पंडित बिरेन्द्र दत्त बिजल्वाण, पुजारी गणों के द्वारा सर्व कल्याणार्थ और दुःख निवृति हेतु घण्टाकर्ण जी और माँ भुवनेश्वरी का यज्ञ कर उनसे प्रार्थना की जा रही है ၊ मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री विजय प्रकाश बिजल्वाण जी ने बताया की मंदिर में यात्रियों के आवागमन पर कोरोना के कारण देश/प्रदेश के  सरकारी नियमो के पालन करते हुये पूर्णतः प्रतिबंध करने के बाद पुजारी गणों के द्वारा  विश्व कल्याण और सर्वेभवन्तुसुखिन: की कामना से यज्ञ किया जा रहा है ၊ यहां पर भगवान घण्टाकर्ण विराजमान हैं जो सब दुःख हरने वाले हैं जिनके पूजन के मूल मंत्र में ही सर्वव्याधि विनाशक शब्द का उच्चारण मिलता है ऐसे सिद्धपीठ मंदिर में यज्ञ के द्वारा विश्व में फैली महामारी से शांति की कामना की जा रही है !   इस मौके पर अशोक बिजल्वाण,पंडित जयदेब बिजल्वाण,श्री मग्लानंद नौटियाल उपस्थित रहे ၊

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने मे भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई से हो रहा अनावश्यक विलंब

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लिया कड़ा एक्शन : लापरवाही बरतने पर अध्यापक जयवीर सिंह निलंबित

सरस्वती विद्या मंदिर नई टिहरी के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा मे बढ़ाया विद्यालय का मान