देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का धरना तीसरे दिन भी जारी


रिपोर्ट .वीरेंद्र सिंह नेगी 
उत्तरकाशी : गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने मन्दिर प्रांगण में देवास्थानम प्रबधंन बोर्ड के खिलाफ क्रमिक अनशन का आज तीसरे दिन भी जारी । गंगोत्री धाम के पुरोहितों का कहना है कि देवास्थानम प्रबधंन बोर्ड के खिलाफ शुरू से ही चारों धामों के पुरोहित विरोध कर रहे हैं। लेकिन उसके बाद भी प्रदेश सरकार पुरोहितों के हक हकूकों पर जबरन इस बोर्ड के नियमों को थोप रही है। जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक देवास्थानम बोर्ड कानून नहीं हटाया जाएगा,तब तक लड़ाई जारी रहेगी।

 गंगोत्री धाम के पुरोहित करीब 3000 हजार मीटर की ऊंचाई पर बसे गंगोत्री धाम मन्दिर प्रांगण में प्रदेश सरकार के चारधामों के लिए बनाए गए देवास्थानम प्रबधंन बोर्ड के खिलाफ क्रमिक अनशन पर बेठे  हैं। गंगोत्री धाम के पुरोहितों के पुरोहितों ने पूर्व में भी इस बोर्ड के खिलाफ जनपद मुख्यालय से लेकर राजधानी तक लड़ाई लड़ी। साथ ही सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस बोर्ड के खिलाफ पुरोहितों की और से कोर्ट गए। जिस पर सुनवाई जारी है।


 गंगोत्री मन्दिर धाम समिति ने  देवास्थानम प्रबधंन बोर्ड के कानून को काला कानून बताते हुए कहा कि जब तक सरकार इस कानून को नहीं हटाती है। तब तक गंगोत्री धाम में क्रमिक अनशन जारी रहेगा। वहीं गंगोत्री विधायक देवास्थानम प्रबधंन बोर्ड के सदस्य गोपाल रावत का कहना है कि इस कानून में पुरोहितों के हक हकूकों पर कोई खतरा नहीं है। सभी प्रकार की पूजा की व्यवस्थाएं उनके पास रहेगी। प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा को दुरुस्त बनाने के लिए यह बोर्ड बनाया है। इसके कर्मचारियों की भी सैलेरी दी जाएगी।   

 देवस्थानम बोर्ड के विरोद्ध मे तीसरे दिन भी देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ पुरोहित  अरुण सेमवाल उपाध्यक्ष मंदिर समिति गंगोत्री के नेतृत्व में जारी है राकेश सेमवाल, प्रेमबल्लभ,गोवर्धन, विष्णु, माया प्रसाद, संतोष ,कमल ,विवेकानंद ओर अमरेश व प्रेम मौजूद रहे ၊

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने मे भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई से हो रहा अनावश्यक विलंब

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लिया कड़ा एक्शन : लापरवाही बरतने पर अध्यापक जयवीर सिंह निलंबित

सरस्वती विद्या मंदिर नई टिहरी के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा मे बढ़ाया विद्यालय का मान