पूर्व गंगोत्री विधायक ने बढ़ती महगाई को लेकर सरकार को कठघरे में किया खड़ा


रिपोर्ट .वीरेंद्र सिंह नेगी 
उत्तरकाशी : पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में लगातार की जा रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में कांग्रेस भवन से घण्टा घर, दर्शनलाल चौक तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मानव श्रंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया।

जनहित के इस विरोध प्रदर्शन को उत्तरकाशी से पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष  विजयपाल सजवाण ने भी अपना पूर्ण समर्थन दिया है। 


इस संबंध में उन्होंने बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना काल के पिछले तीन महीनों में पेट्रोल के दाम 21.50 ₹ व डीजल के दाम 26.46 ₹ बड़ा कर महंगाई व वैश्विक महामारी के दंश से दुखी जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। 

 सजवाण  ने कहा कि कांग्रेस अब भाजपा सरकार की इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी और महंगाई के खिलाफ जिला, ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर तक आंदोलन करेगी। अपने बयान में उन्होंने सरकार से बढ़ती महंगाई और पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने की मांग की।


उन्होंने कहा कि लाॅकडाऊन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोत्तरी ने आम नागरिकों को असीम पीड़ा व परेशानियां दी हैं। 

जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है।


 सरकार द्वारा देश के नागरिकों से की जा रही जबरन वसूली एकदम स्पष्ट परिलक्षित हो रही है। देश की जनता में इस बढोत्तरी के विरूद्ध भारी आक्रोश है।

 उत्तराखण्ड प्रदेश की जनता की भावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों मेंपेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में लगातार की जा रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में कांग्रेस भवन से घण्टाघर, दर्शनलाल चौक तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मानव श्रंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया।


जनहित के इस विरोध प्रदर्शन को उत्तरकाशी से पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष  विजयपाल सजवाण ने भी अपना पूर्ण समर्थन दिया है। 


इस संबंध में उन्होंने बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना काल के पिछले तीन महीनों में पेट्रोल के दाम 21.50 ₹ व डीजल के दाम 26.46 ₹ बड़ा कर महंगाई व वैश्विक महामारी के दंश से दुखी जनता की कमर तोड़ने का काम किया है।

  सजवाण  ने कहा कि कांग्रेस अब भाजपा सरकार की इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी और महंगाई के खिलाफ जिला, ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर तक आंदोलन करेगी। 

अपने बयान में उन्होंने सरकार से बढ़ती महंगाई और पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने की मांग की।
उन्होंने कहा कि लाॅकडाऊन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोत्तरी ने आम नागरिकों को असीम पीड़ा व परेशानियां दी हैं। 

जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है। सरकार द्वारा देश के नागरिकों से की जा रही जबरन वसूली एकदम स्पष्ट परिलक्षित हो रही है। देश की जनता में इस बढोत्तरी के विरूद्ध भारी आक्रोश है।


 उत्तराखण्ड प्रदेश की जनता की भावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में इस अनुचित वृद्धि के विरूद्ध राज्य की राजधानी देहरादून में किये गए विरोध प्रदर्शन को प्रदेश भर की जनता ने अपना पूरा सहयोग दिया है। हम सरकार से मांग करते है कि इस महामारी के कठिन समय मे अनुचित रूप से बढ़ाये जा रहे मूल्यों पर तत्काल रोक कगायी जाए जिससे कोविड़ 19 महामारी से उपजी मंदी के कारण आम जनता के जन जीवन पर पड़े दुष्प्रभाव से कुछ राहत मिल सके।

उन्होंने जनहित में उठाये गए इस प्रमुख मुद्दे पर सरकार द्वारा कांग्रेस नेताओं पर किये गए मुकदमों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सरकार की गलत व जनविरोधी नीतियों से त्रस्त जनता की आवाज को कांग्रेस पार्टी द्वारा जिम्मेदार विपक्ष के नाते  जनहित मे उठाने पर उसे भाजपा की तानाशाही सरकारों द्वारा मुकदमों की आड़ में दबाने का प्रयास निंदनीय है।

 लोकतंत्र मे जनहित के मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन को यदि इस तरह तानाशाही ढंग से दबाया गया तो हम जनता की आवाज पर और अधिक प्रखर होकर सड़कों पर उतरने का काम करेंगे।

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