युवाओं के प्रेरणाश्रोत बने सुशील बिजल्वाण


ज्योति डोभाल
  टिहरी : नरेंद्र नगर विधान सभा के बमणगांव ग्राम के 30 वर्षीय युवा सुशील विजल्वाण ने अब पलायन को अलविदा कहकर अपना ही स्वरोजगार करने की ठानी है । क्वीली गढ के समीप बमणगांव निवासी सुशील विजल्वाण सुपुत्र पीताम्बरदत्त विजल्वाण भी सन 2008 मे हरिद्वार मे लियान ग्लोबल प्राइबेट लिमिटेड कम्पनी मे नौकरी लगे तो अपने घर परिवार की रोजी रोटी का सहारा बने । गरीबी मे पला बढा युवा अपने माता पिता व अन्य भाइयों का भरणपोषण करने के साथ ही नौकरी कर रहा था कि समय ने करवट बदला और मार्च 2020 मे हरिद्वार का प्लांट बन्द हो गया । इस प्लांट मे काम करने वालों को दूसरे राज्यों मे समायोजित करने की बात चल ही रही थी कि कोरोना वैश्विक महामारी ने जैसे झकझोर कर रख दिया । वापस अपने गांव आने के अलावा कोई विकल्प नही बचा । गांव आने के बाद इस युवा ने पलायन को तिलांजली देने की सोच बना कर स्वरोजगार की ओर कदम बढाने की ठानी और संकल्प ले कर विगत 12 वर्षों की नौकरी मे अपने जेब खर्चे की बचत से जमा पूंजी व कुछ अन्य परिचितों से ले कर टैक्सी ले ली है । जिससे यह आजिविका चला सके । 30 साल का अविवाहित सुशील अपने 75 वर्षीय माता पिता व छोटे भाईयों का सहारा भी बनेगा तथा टैक्सी चलाने के बाद बचे समय मे गांव मे खेतीबाडी भी करेगा । सुशील विजल्वाण का मानना है कि स्वरोजगार से हम बहुत कुछ कर सकते हैं महानगरों की चकाचौंध से बेहतर तो अपनी मिट्टी मे ही सोना पैदा किया जाय । हाईस्कूल तक की शिक्षा पाये इस युवा से अन्य घर आये युवा भी प्रेरणा लेंगे ।

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