कोविड -19 से लड़ने की नीति पर पुनर्बिचार करें सरकार- धस्माना



रिपोर्ट.. भगवान  सिंह 
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश सरकार से कोविड19 से लड़ने की राज्य सरकार की पूरी नीति पर पुनर्विचार कर नए सिरे से राज्य में विद्यमान परिस्थितियों के अनुसार नई रणनीति तैयार करने की मांग की है। श्री धस्माना ने आज अपने कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चार महीनों में उत्तराखंड की कोरोना संक्रमण की स्थितियां बिल्कुल बदल गयी हैं , राज्य में जहां शुरुआती दौर में संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में था और राज्य की जनता ने सरकारी आदेशों का बड़ी शिद्दत के साथ पालन किया था उसके कारण तीसरे लॉक डाउन तक राज्य में संक्रमण के मामले सौ से नीचे थे किंतु जैसे ही राज्य में प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ सरकार उनके स्क्रीनिंग टैस्टिंग व क्वेरेन्टीन का समुचित इंतज़ाम नहीं कर पाई जिसके कारण राज्य भर में तराई से लेकर पहाड़ों तक कोरोना संक्रमण ने अपने पांव पसार लिए। श्री धस्माना ने कहा कि संक्रमण फैलने के बावजूद सरकार ने राज्य व्यापी स्क्रीनिंग व टैस्टिंग के इंतजाम नहीं बढ़ाये और लॉक डाउन को अनलॉक करने में जिस प्रकार की लापरवाही व अदूरदर्शिता दिखाई उसके कारण उत्तराखंड की जनता की जो 100 दिनों की मेहनत थी उस पर पानी फिर गया जिसका नतीजा आज राज्य में लगातार फैलता संक्रमण है। श्री धस्माना ने कहा कि अभी भी राज्य में कोरोना के सामाजिक फैलाव को रोका जा सकता है अगर सरकार पूरी रणनीति पर पुनर्विचार कर रैंडम टैस्टिंग व्यापक स्तर पर स्क्रीनिंग अभियान चलाये , शादी ब्याह धार्मिक व राजनैतिक कार्यक्रमों में संख्या सीमित रखने के नियम का कड़ाई से पालन करे व दो दिवसीय साप्ताहिक बंदी को जारी रक्खे किन्तु उसमें केवल आवश्यक सेवाएं ही खोलने की अनुमति हो और मदिरा की दुकानें बंद में शामिल हों। 
श्री धस्माना ने त्रिवेंद्र सरकार पर मदिरा बिक्री में विशेष रुचि दिखाने की आलोचना करते हुए कहा कि लॉक डाउन के दौरान ही जब राज्य में मदिरा की दुकानें खोली गई थी तब भी आम जनमानस में इसके विरुद्ध नाराजगी थी और अब फिर से दो दिवसीय लॉक डाउन में मदिरा की दुकानें खोलने के औचित्य पर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।


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