बलियाली पोखरा के ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार ग्रामीणों ने प्रभावशाली लोगों पर जमीन कब्जाने का लगाया आरोप
रिपोर्टर- संजय जोशी
रानीखेत.. तहसील के सुदूरवर्ती ग्राम पंचायत चापड़ बलियाली पोखर तोक के ग्रामीणों ने उनकी पुस्तैनी संयुक्त भूमि पर कुछ बाहरी प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध कब्जा जमाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले उनकी महिलाएं खेतों में कार्य कर रही थी, इसी बीच कुछ लोग पहुंचे उन्होंने भूमि खरीदने का हवाला देकर वहां से भगा दिया और पेड़ों की लॉपिंग शुरू कर दी गई। ग्रामीणों ने ऐसे लोगों से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।
सामाजिक कार्यकर्ता डा. प्रमोद नैनवाल के नेतृत्व में तहसील पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि 10 लोगों की संयुक्त भूमि है। इसमें से एक खाता धारक ग्रामीणों की मर्जी के बगैर उनकी जमीन पर प्रभावशाली लोगों को कब्जा करवा रहा है। कहा कि ग्रामीणों के आय का स्रोत एकमात्र खेती ही है। प्रभावशाली लोगों के व्यावहार के चलते अब उनकी महिलाएं खेतों में काम करने से भी कतरा रही हैं। गत दिनों कुछ प्रभावशाली लोगों ने खेतों में घास काट रही महिलाओं पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें वहां से भगा दिया और पेड़ों को काटना शुरू कर दिया। असमाजिक तत्वों का कहना था कि जमीन खरीद ली गई है, अब इस जमीन पर उन्हीं का हक है। ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि इस भूमि पर पिछले कई पीढ़ियों से ग्रामीणों का भौतिक अधिकार है। ग्रामीणों की मर्जी के बगैर कृषि योग्य भूमि पर कब्जा करवाना ठीक नहीं है। इससे ग्रामीणों में भय का माहौल भी बना हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मसले पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में भैरव दत्त तिवारी, भुवन चंद्र तिवारी, आनंद तिवारी, मोहन तिवारी, कैलाश तिवारी, शेखर तिवारी, ललित तिवारी, राजेंद्र तिवारी, अंबादत्त तिवारी, गिरीश तिवारी, आनंद बल्लभ, अंबा दत्त, चंद्रशेखर तिवारी आदि शामिल रहे।
उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने कहा कि शिकायत मिली थी यह जांच का विषय है। 10 लोगों की संयुक्त भूमि है। कुछ हिस्सेदार अपनी भूमि बेचना चाह रहे हैं। राजस्व टीम को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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