श्रमिको की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को भेजा ज्ञापन


रिपोर्ट : संजय जोशी
रानीखेत . भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में श्रमिकों के पंजीकरण की जटिलता सहित तमाम व्यवहारिक समस्याओं से श्रमिकों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाने से ताड़ीखेत ब्लॉक के पंचायत प्रतिनिधियों में बेहद नाराजगी है। जैनोली के क्षेत्र पंचायत सदस्य त्रिभुवन फर्त्याल ने मनरेगा मजदूरों के ही बोर्ड में पंजीकरण किए जाने जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जटिल नियमों के चलते गरीब श्रमिक योजनाओं के लाभ से वंचित होने को मजबूर हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज श्रमिक हितों के मद्देनजर बोर्ड की व्यवहारिक समस्याओं को जल्द दूर किए जाने की मांग उठाई है।
    जिलाधिकारी को ज्ञापन में बीडीसी सदस्य त्रिभुवन फर्त्याल सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा असंगठित क्षेत्र के दैनिक मजदूरों व उनके परिवारों के लिए विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की गईं हैं। किंतु जिले में संबंधित विभाग में स्टाफ की काफो कमी है। तमाम जटिलताओं के कारण ग्रामीण अंचलों में दैनिक मजदूरी से जीवन यापन करने वाले श्रमिकों का विभाग में पंजीकरण तक नहीं हो पा रहा है। वहीं, मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों का ही कल्याण बोर्ड में पंजीकरण किए जाने संबंधी बाध्यता गले नहीं उतरती। जबकि गांवों मे स्थानीय स्तर पर होने वाले भवन निर्माण, मजदूरी कार्य कर परिवार का भरण-पोषण कर रहें हैं। कर्मकार कल्याण बोर्ड में श्रमिकों का पंजीकरण किया जाना नितांत जरूरी है, जिससे उन्हें कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। हाल में राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर श्रमिकों को राशन किट एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। लेकिन ताड़ीखेत ब्लॉक में मात्र 450 राशन किट ही उपलब्ध कराए गए, जबकि ब्लॉक में हजारों श्रमिक पंजीकृत है। ज्ञापन भेजने वालों में खजान बिष्ट, पंकज कांडपाल, चेतन सिंह रावत, इंदर राम, जगदीश सिंह बिष्ट ,गौरव फर्त्याल, हेमंत अधिकारी, पुष्कर बेलवाल, नीरज आदि उपस्थित रहे ၊

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें