कुराह गांव के ग्रामीणों का सड़क का इंतजार हुआ खत्म . गंगोत्री विधायक के प्रयास से मिली वन स्वीकृति ।
रिपोर्ट.. वीरेंद्र नेगी
उत्तरकाशी.. गंगोत्री विधायक गोपाल रावत वन भूमि के कारण लंबित सड़कों को अनुमति दिलवाने के लिए लगातार प्रयासरत है। गंगोत्री विधायक गोपाल रावत के अथक प्रयासों का नतीजा ही है कि कुराह के ग्रामीणों का सड़क के लिए इंतजार अब पूरा हुआ। पिछले सात सालों वन भूमि की स्वीकृति के लिए लंबित डुंडा-कुराह मोटर मार्ग को शनिवार को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी है।
2013 में लोक निर्माण विभाग ने डुंडा कुराह मोटर मार्ग का वन भूमि प्रस्ताव तैयार किया था लेकिन 2013 से लेकर 2016 तक कांग्रेस शासनकाल में जनप्रतिनिधि की अनदेखी से इस मोटर मार्ग को स्वीकृति नहीं मिल सकी। 2017 में गंगोत्री विधान सभा ने अपनी कमान गोपाल सिंह रावत को सौंपी, तो कुराह के ग्रामीणों को भी उम्मीद जगी की उन तक विकास की सड़क जरूर पहुंच सकेगी। 2017 में गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने लोक निर्माण विभाग को दोबारा वन भूमि प्रस्ताव तैयार करने को निर्देशित किया। विधायक गोपाल सिंह रावत अन्य मोटर मार्गों की तरह ही इस मोटर मार्ग के प्रस्ताव का लगातार अपडेट लेते रहे और लंबी वन भूमि स्वीकृति प्रक्रिया में तेजी लाते हुए 28 अगस्त को इसे वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से वन भूमि स्वीकृति दिलवाई।
कुराह के ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होने पर ग्रामीणों ने गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत का धन्यवाद जताया। प्रधान सरिता बिष्ट, पूर्व क्षेत्र पंचायत बरसाली लीला देवी, सचेंद्र सिंह बिष्ट, मोहन लाल, रामलाल, सचिन बिष्ट, सोबन लाल, राजेंद्र पाल, महिपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि विधायक गोपाल सिंह रावत के अथक मेहनत से ही कुराह तक सड़क पहुंचने की राह खुल गई है।
ग्रामीणों ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की अनदेखी के कारण यह सड़क का प्रस्ताव एक इंच भी आगे नहीं बढ़ सकी लेकिन भाजपा सरकार व विधायक गोपाल सिंह रावत के अथक प्रयासों से यह एतिहासिक दिन आया है।
वहीं, विधायक गोपाल सिंह रावत जी ने कहा कि कुराह मोटर मार्ग को वन स्वीकृति मिलने के बाद अब इस सड़क का निर्माण जल्द शुरू हो सकेगा। विधायक ने कहा कि लंबित प्रस्ताव जसपुर सिल्याण, सालंग, पिंलग, भंगेली समेत जो भी सड़के वन भूमि स्वीकृति के लिए लंबित है उनकी स्वीकृति प्रक्रिया के लिए तेजी से काम किया जा रहा है।
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