ऋण बितरण मे बरते सुबिधा :मयूर दीक्षित जिलाधिकारी
रिपोर्ट... वीरेंद्र नेगी
उत्तरकाशी.. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना चीड़ पिरूल आधारित विद्युत उत्पादन एवं बायो ऑयल इकाईयां समेत ग्रिड कनेक्टेड सोलर प्लांट स्थापित करने हेतु सम्बन्धित बैंकर्स लाभार्थियों को ऋण वितरण में शिथिलता बरते। यह बात जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उरेड़ा विभाग को प्रस्तुत आवेदनों की समीक्षा बैठक लेते हुए कही।
जिलाधिकारी ने कहा कि कतिपय बैंकर्स द्वारा लाभार्थियों से अनावश्यक रूप से जमीन का 143 (अकृषि भूमि) करवाया जा रहा है जो गलत है। शासन की गाइडलाइन के अनुसार जिस आवेदनकर्ता का सिंगल विंडो सिस्टम से उक्त इकाइयां स्थापित करने के लिए आवेदन स्वीकृत किए गए है उनसे कतई भी 143 नही करवाएं जाय। जिलाधिकारी ने सुदरवर्ती गांव व यहां की भौगोलिक परिस्थिति को देखते आवेदनकर्ता को ऋण मुहैया करवाने हेतु बैंकर्स को नियमों में शिथिलता बरतने के निर्देश दिए। बैंकर्स को आवेदनकर्ता के ऋण सम्बंधित सभी औपचारिकता पूर्ण करने वाले दस्तावेजों का भली भांति अवलोकन करने को कहा। ताकि आवेदनकर्ता अनावश्यक रूप से परेशान न हो। इस हेतु बैंकर्स व सम्बंधित विभाग भी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए आवेदनकर्ता की समस्याओं का निराकरण करना सुनिश्चित करें।
वरिष्ठ परियोजना अधिकारी उरेड़ा वंदना ने जानकारी देते हुए बताया कि उरेड़ा विभाग को प्रथम चरण में 5 औऱ दूसरे चरण में 2 अभ्यर्थियों ने प्रोजेक्ट लगाने के लिए आवेदन किया है। जिसमें सभी अभ्यर्थियों के आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं। आवेदनकर्ताओं को ऋण प्रदान करने हेतु बैकर्स को आवेदन भेजे गए है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इंद्रा टिपरी गांव में 200 किलो वाट का ग्रिड कनेक्टेड सोलर प्लांट व चकोन गांव में 25 किलो वाट का पिरूल प्लांट लग गया है।
बैठक में लीड बैंक अधिकारी बीएस तोमर, महाप्रबंधक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी प्रकाश खत्री सहित शाखा प्रबंधक व लाभार्थी मौजूद थे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें