रैणी आपदा सरकार की गलतियों का नतीजा : प्रदीप टम्टा राज्यसभा सांसद

रिपोर्ट... ज्योति डोभाल 

 नई टिहरी : गुरुवार को राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा टिहरी पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि चमोली के तपोवन में आई रैणी आपदा प्राकृतिक ना होकर सरकार की गलतियों का नतीजा है उन्होंने कहा कि रैणी आपदा को रोकने व लोगों को बचाने में सरकार फेल साबित हुई है. 

 कहा कि 136 गायब  लोगों को सरकार ने बगैर ढूंढे मृत घोषित कर दिया. 
  भारत सरकार को पावर प्रोजेक्ट की अनुमति वहां पर नहीं देनी चाहिए थी वहां पर आपदा को रोकने के लिए एनडीआरएफ सहित प्रशासन के पास कोई भी यंत्र व मशीनें नहीं थी. 
 राज्य  सरकार को रैणी की आपदा से सबक लेना चाहिए और सरकार इस आपदा को  प्राकृतिक आपदा का रूप देकर बच नहीं सकती.  सरकार को मानना चाहिए कि यह आपदा मानवकृत आपदा थी जिस को रोकने में सरकार फेल साबित हुई है.  सरकार को ग्लेशियर वाले स्थानों के लिए एक नई नीति बनानी पड़ेगी. 
 संवेदनशील क्षेत्रों में मानव के कदम को रोकना पड़ेगा कहा कि मै  पंचेश्वर डैम बनाने के पक्ष में नहीं हूं इतना बड़ा डैम बनने से आगे के लिए खतरा बना रहता है विनाशकारी प्रोजेक्ट के बदले छोटे प्रोजेक्टों पर विचार करना चाहिए. वैसे भी हमारे पास ऊर्जा के कई और स्रोत भी हैं. 
 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर उनका कहना था कि हमारी सरकार 2022 में उत्तराखंड में बहुमत की सरकार बनाएगी. 
आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं जो टिक नहीं पाएंगे. 
 इस मौके पर जिलाध्यक्ष राकेश राणा,  पीसीसी सदस्य शांति भट्ट, महादेव मैठानी, राजेंद्र डोभाल,  अरुणोदय नेगी, ज्योति प्रसाद भट्ट , महिला जिलाध्यक्ष दर्शनी रावत,  ममता उनियाल आशी रावत,  सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे. 

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