कोरोना से बचाव को लेकर प्रदीप बिजल्वाण ने अपने विचार साझा किये uklive के साथ
Team uklive
उत्तराखंड... आजकल इस कोरोना महामारी की उग्रता औऱ एक कहर से जैसे टूट जाने पर कोई चिंतित से कोई सहमे से कोई जैसे अपने अपनों को खोकर अत्यन्त व्यथित से औऱ घोर दुखः में घिरे हुए से हैं ।
प्रिय स्नेहीजनों मैंने ज़ब इस कोरोना की पहली लहर से बचाव हेतु चिंताग्रस्त हो बड़े श्रम से अलग अलग तथ्य जुटाकर 4 से 5 बार कुछ आलेख तैयार किये थे औऱ इस लोकप्रिय न्यूज़ चेनेल को दिये थे जिसमें मैंने imunity बढ़ाने के साथ कुछ नुस्ख़े औऱ उपाय साझा किये थे उन लिंक्स में मेरा एक उपाय यह भी था कि यदि immunity को बढ़ाने के लिये कोई दवा सीधे शरीर में किसी तरह पहुंचायी जायी तो इस बीमारी से राहत मिल सकती है !
आप मेरे इन आलेखों को इस न्यूज़ चेनल से अप्रूव हो चुके मेरी फ़ेसबुक पोस्ट में भी share होने के पश्चात देख सकते हैं
मुझे ख़ुशी तब हुई कि ज़ब मैंने विश्लेषण किया कि इनमें से कुछ ना कुछ प्रभावी है औऱ असरदार तथ्यों से मेरे वे विचार ताल्लुक़ रखते हैं !
औऱ बाद उसके धीरे धीरे से जैसे कोरोना क़ा काल जैसे अब कालचक्र ने ग्रसित कर लिया औऱ समस्त मानव जाति को सुकूं दे गया !
सम्मानित स्नेहीजनों अब मैँ आपकॊ अपने श्रम से जुटाये गये कुछ तथ्यों को आपसे साझा करना चाहूंगा जो इस दूसरी लहर के अधिक strain लिये इस भयावह कोरोना वाइरस से कुछ तो निजात पा सकने की प्रत्याशा में कुछ तथ्यों को साझा करूंगा औऱ अपेक्षा करुंगा आप इनमें से कुछ ना कुछ प्रभावी ऱूप में कुछ ना कुछ अवगत होंगे औऱ लाभ उठा ज़ा सकने वाले तथ्यों को प्रभावी मान लाभ भी उठा सकेंगे !
आपकॊ जैसे मालूम ही है कि इस बीमारी की समान्य सी बातों पर अमल कर किस तरह आपकॊ इससे किस तरह बचा सकती हैं !
आपकॊ मैं बताना चाहूंगा कि यह वाइरस वायुमण्डल में हर जगह व्याप्त है ...किन्तु कहीं इंसानों की यदि कोई कोशिका कमज़ोर है तो उसे रुग्ण कर जाता है !
हमारे गॉँव जंहा सुध हवा पानी वातावरण औऱ विषेशकर पहाड़ों के वह क्षेत्र जंहा औषधीय पौधे औऱ भी पर्याप्त मात्रा में पेड़ हैं वहाँ इनसे जो प्राणवायु अर्थात oxijen औऱ इन पौधों पेड़ों से होने वाले वाष्पोत्सर्जन औऱ उनकी प्रकाश संश्लेषण औऱ इनके जो त्वत्व इनमें निहित हैं वे इन वाइरस को सक्रिय नहीं होने देते इसीलिये यंहा फ़िर भी सुरक्षित ऱूप से जीवनयापन हो सकता हैं ! इसके विपरीत बड़े बड़े शहरों में प्रदूषण पेड़ पौधों की कमी मिलावट से युक्त खान पान औऱ इन सबके कारण इस कोरोना वाइरस क़ा वहाँ अधिक प्रभावी होना घातकता की ओर बढ़ रहा है !
interfiran बीटा प्रोटीन औऱ जुकाम बुखार अस्थमा की प्रभावी दवाइयों क़ा समेकित ऱूप यदि हो सके तो आयुर्वेदिक ऱूप से संघटक कर इसका उचित ऱूप से प्रयोग कर इससे छुटकारा पाया ज़ा सकता है !
जैसे जुकाम क़ा कारक इन्फ्लूएंजा वाइरस जो यदि अधिक प्रभाव किसी इन्सान पर कर दे तो उसे इसका शुरुआत में समुचित उपचार ना मिलने के कारण बुख़ार औऱ सरदर्द जैसे symptm भी हो सकते हैं , उसी भाँति कोरोना बीमारी के जितने भी लक्षण हैं , तो उसमें एक भी लक्षण नज़र आने पर उसका पूरा ईलाज तुरन्त करने पर यह आगे औऱ भी घातक होने से रोका ज़ा सकता है !
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