बारहवीं की परीक्षा निरस्त करने की मांग
रिपोर्ट : शीशपाल राणा
देहरादून - शुक्रवार 28 मई को एन एस यू आई के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय नेतृत्व के नितेश निर्देश अनुसार सोशल मीडिया पर केन्द्र सरकार प्रस्तावित 12वीं के एग्जाम हो निरस्त करने की मांग को लेकर #CancelExamsSaveLives प्रोग्राम को टि्वटर फेसबुक एवं सोशल मीडिया में करवाया गया इस अवसर पर एन एस यू आई के राष्ट्रीय संयोजक विकास नेगी ने कहा है कि यह आपकी चिंता का विषय है, कि भारत में लगभग हर परिवार को कोविड 2 की लहर ने प्रभावित किया है और फिर भी हम बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप लगभग हर नागरिक को अपने स्वयं के जीवन को बचाने का खतरा है।
लेकिन मोदी सरकार। और सीबीएसई 12 वीं बोर्ड की शारीरिक परीक्षा करवाने जा रहा है, जो न केवल छात्रों के लिए बल्कि उनके परिवार के सदस्यों के लिए भी इस महामारी के समय में एक बड़ा खतरा है।
चूंकि हमारा देश टीकाकरण में बहुत पीछे है, इसलिए शारीरिक परीक्षण करवाने का यह सही समय नहीं है, खासकर जब 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए टीके उपलब्ध नहीं हैं और चिकित्सा विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी।
इसलिए एनएसयूआई शारीरिक परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहा है और छात्रों का मूल्यांकन आंतरिक मूल्यांकन या गृह आधार परीक्षा / असाइनमेंट के आधार पर किया जाना चाहिए।
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