मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कोविड केयर सेंटर के निरिक्षण के साथ ही किया 95 करोड़ 73 लाख 78 हज़ार की लागत की कुल 42 योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण

 रिपोर्ट : ज्योति डोभाल 

टिहरी :  मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को  टिहरी दौरे के दौरान टीएचडीसी इंजीनियरिंग कॉलेज भागीरथीपुरम पहुंचकर जिला प्रशासन द्वारा संचालित 450 बेड युक्त कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत ने पीपीई किट पहन कर कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों से बातचीत भी की।


मुख्यमंत्री ने कोविड सेंटर से निकलने के बाद अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के उन सभी कर्मियों को सैल्यूट करते हैं जो रोजाना 2 से 3 घंटो तक पीपीई किट पहनकर कोविड-19 मरीजों का उपचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि  20 मिनट में पीपीई किट के पहनने से इतनी परेशानी हो रही है तो रोज़ाना दो से तीन घंटे तक मरीज़ों की सेवा और उपचार कर रहे प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मी कैसे इन परेशानियों को झेलते होंगे, इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केयर सेंटर को लेकर पहले से ही निर्देश दिए गए हैं कि कोविड मरीज़ों का बेहतर उपचार के साथ ही बेहतर भोजन और अन्य सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उस समय भी मरीजों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु काढ़ा इत्यादि दिया जा रहा था। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन युक्त अस्पतालों की व्यवस्था करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। प्रदेश में कई नए ऑक्सीजन प्लांट को भी मंजूरी मिली है सरकार का लक्ष्य है कि छोटे अस्पतालों को भी ऑक्सीजन युक्त बेड की सुविधा विकसित की जाए। मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को ज़रूरी दिशा निर्देश दिए।

कोविड केयर सेंटर में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत के साथ कैबिनेट मंत्री  सुबोध उनियाल टिहरी विधायक  धन सिंह नेगी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय के आपातकालीन सेवा, आईसीयू, नवजात शिशु वार्ड जनरल ओपीडी, अस्थि रोग वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने आईसीयू में भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना वहीं भर्ती मरीजों से भोजन, दवाएं, स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर  भी फीडबैक लिया।  इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन 500 एलपीएम के ऑक्सिजन जनरेशन प्लांट को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश है। ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां से 80 बैड के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिला  चिकित्सालय केवल रैफर सेंटर न बना रहे इस हेतु उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में आने वाले हर प्रकार के रोगी का उपचार सुनिश्चित किया जाए।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने हाइड्रो इंजिनेअरिंग कालेज में कुल 95 करोड़ 73 लाख 78 हज़ार की लागत की कुल 42 योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण किया। जिसमे से 59 करोड़ 18 करोड़ 32 लाख की 21 योजनाओं का लोकार्पण व 36 करोड़ 55 लाख 46 हज़ार की 21 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। लोकार्पित योजनाओं में लोनिवि की 5, सिंचाई की 4, आरईएस की 5, पीएमजीएसवाई की 5, पर्यटन विभाग की 2 योजनाएं शामिल है। वहीं शिलान्यास में लोनिवि की 4, आरईएस की 9, पीएमजीएसवाई की 01 व पेयजल निगम की 07 योजनाएं शामिल है। 

इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने हाइड्रो इंजिनेअरिंग कालेज से वर्चुल माध्यम से गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस देवप्रयाग में बने 70 बैड के कोविड केअर सेंटर का लोकार्पण किया।
 उनके साथ कृषि मंत्री सबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण,  एसएसपी तृप्ति भट्ट, विधायक टिहरी डॉ धन सिंह  नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देव प्रयाग विनोद कंडारी, उपाध्यक्ष ओबीसी आयोग संजय नेगी मौजूद रहे. 

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