पोस्टर के जरिये सरकार पर साधा निशाना पूर्व गंगोत्री विधायक विजयपाल सजवाण ने

रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी 


उत्तरकाशी : प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष ओर गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने उत्तराखंड में ऑनलाइन भर्ती परीक्षा के लिए अनुबंधित NSEIT एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर सरकार से जवाब मांगा है। 

उन्होंने कहा है कि जिस जांच एजेंसी के खिलाफ अन्य राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली की शिकायत पर जांच चल रही है उसे धड़ल्ले से उत्तराखंड में भर्ती परीक्षा आयोजित करवाना आश्चर्यजनक निर्णय है।


 NSEIT एजेंसी पर उत्तरप्रदेश में धांधली के गंभीर आरोप उजागर हुए है जिस कारण यूपी में इसे ब्लैकलिस्टेड किया गया है। मध्यप्रदेश में भी ये एजेंसी जांच के घेरे में है ऐसे में उत्तराखंड सरकार द्वारा बिना सोचे ऐसी एजेंसी को उत्तराखंड में भर्ती परीक्षा आयोजित करने का निर्णय युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इस पूरे मामले में रोजगार में भ्रष्टाचार की बू साफ नजर आ रही है। 


पूर्व विधायक ने शोशल मीडिया में पोस्ट कर कहा है कि-


नौजवानों के अपार जनसमर्थन के दम पर सत्ता हासिल करने के वाली उत्तराखंड की भाजपा सरकार पारदर्शी रोजगार देने की बजाय रोजगार में भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। उत्तराखंड में ऑनलाइन भर्ती परीक्षा के लिए अनुबंधित की गयी NSEIT वह एजेंसी है जो यूपी में चार साल से ब्लैकलिस्टेड है, मध्यप्रदेश में भी इस एजेंसी के खिलाफ प्रतियोगी परीक्षाओं में भर्ती में हुई धांधली की जांच चल रही है। ऐसे में इस एजेंसी से उत्तराखंड में रोजगार भर्ती परीक्षा आयोजित कराना सरकार का आश्चर्यजनक निर्णय है! 


प्रदेश के नौजवान बेरोजगारों द्वारा इस पर आपत्ति भी जताई गई, किन्तु सरकार और उसके नुमाइंदे ऐसी भ्रष्ट एजेंसी की आड़ में मोटी रकम ऐंठने की जुगत में बेरोजगारों की मांग को भी अनसुना कर रहे हैं।

पूरे मामले में ये उत्तराखंड सरकार की असंवेदनशीलता ही है, जिससे यहां के बेरोजगार युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने मे भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई से हो रहा अनावश्यक विलंब

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लिया कड़ा एक्शन : लापरवाही बरतने पर अध्यापक जयवीर सिंह निलंबित

सरस्वती विद्या मंदिर नई टिहरी के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा मे बढ़ाया विद्यालय का मान