पत्रकारो की उठाई आवाज
Team uklive
उत्तर प्रदेश : केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी एवं राष्ट्रीय सचिव इमरान उस्मानी ने संपूर्ण पत्रकारों की उठाई आवाज पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार उनकी हत्याएं फर्जी केस में फंसा कर जेल भेज ना उस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं अपर प्रमुख सचिव गृह विभाग श्री अवनीश कुमार अवस्थी भगवान स्वरूप को सौंपा ज्ञापन
जिला बिजनोंर पुलिस ने पत्रकार को फसा दिया झूठे मुकदमे में।
जिला बिजनोंर क्षेत्र ग्राम फैजुल्लापुर स्योहारा प्रार्थी इमरान उसमानी, पत्रकार जिनके विरुद्ध रचा गया पुलिस का निराला खेल। पत्रकार को सच लिखना व बोलना पड़ा भारी।जानकारी के अनुसार जिला बिजनोंर क्षेत्र नजीबाबाद की अहम घटना तारीख18/10/2021रात 9 बजे करीब कुछ जुआरी खेल रहे थे जुआ उक्त स्थान पर खबर कवरेज करने पहुचे 2 पत्रकार अराफ़ात व अंकित के द्वारा की गई कवरेज परन्तु आरोपियों ने किया पत्रकारो पर हमला घटना के बाद आरोपियों ने पुलिस से हमसाज़ होकर पीड़ित पत्रकारो पर लिखा दिया संगीन धाराओं में मुकदमा घटना के बाद पत्रकारो को पुलिस ने 19 दिसंबर 2021 में भेजा जेल। जिसकी जानकरी से पत्रकारो में रोष फैला पत्रकार ने कि आरोपियों की वीडयो वायरल जिसका संज्ञान स्योहारा के वरिष्ठ पत्रकार इमरान उस्मानी ने लिया और वीडियो को शोशल मीडिया व न्यूज़ पेपर एवं ग्रुप पर लिखकर मामला से शासन प्रशासन को अवगत कराया। जिससे जिला बिजनोंर एस पी और थाना अध्यक्ष स्योहारा चिढ़ गए और अपने स्टाफ की पैरवी करते हुए पुलिस ने रचा एक बड़ा षणयंत्र इमरान उस्मानी पत्रकार के विरुद्ध और कराया इमरान के विरुद्ध एक चरित्रहीन महिला से झूठा मुकदमा पंजिकर्त 376 धारा में। जानकारी के अनुसार महिला दूसरे जिले की है। तब भी पुलिस ने बिना देर किए लिख दिया संगीन मामले में पत्रकार के विरुद्ध मुकदमा।जानकारी के अनुसार पुलिस अपने क्षेत्र का छोटा मामला किसी भी पीड़ित महिला का लिखने में 1000 बार सोचती है वही पुलिस ने इस मामले में देर नही करते हुए दूसरे जिले की महिला का किया मामला दर्ज वही पीड़ित का कहना है हमारे विरुद्ध पुलिस ने झूठा मुकदमा पंजिकर्त किया। वही पुलिस महिला से हमसाज़ हुई ताकि पत्रकार को जेल भेजा जा सके और इस घटना से दूसरे सभी पत्रकारो में भय का माहौल बना रहे। वही पीड़ित पत्रकार ने अपने संगठन केंद्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन संगठन के द्वारा लेटर के माध्यम से शासन प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यलय पर निस्पक्ष जांच की प्रति दिया गया प्रार्थना पत्र। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया पीड़ित पत्रकार को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया.
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