राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी डाटा बेस सेन्टर फॉर हिमालयन फिशेस उत्तराखण्ड को स्थापित करने हेतु हुआ चयन

Team uklive


 टिहरी : मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंर्तगत उच्च शिक्षा निदेशालय उत्तराखण्ड द्वारा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी डाटा बेस सेन्टर फॉर हिमालयन फिशेस उत्तराखण्ड को स्थापित करने हेतु चयनित किया गया है जिसका आज सोमवार को विधिवत रूप से डा० रेनू नेगी, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी द्वारा उद्घाटन किया गया।


उक्त कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्राचार्य द्वारा संबोधित करते हुए कहां गया कि हमारे महाविद्यालय के लिए हर्ष का विषय है कि मुख्यमंत्री नवाचार योजना का मदत से बने इस केन्द्र पर नवयुकों के लिए समय समय पर मत्स्य पालन के नये रोजगार के रूप में विकसित करने हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कराया जायेगा तथा साथ ही साथ इस हेतु विषय विशेषज्ञों द्वारा समय समय पर प्रशिक्षण स्थल फिश हैचरी / तालाब पर छात्र-छात्राओं को ले जाकर प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा विषय विशेषज्ञों को समय समय पर केन्द्र में आमंत्रित कर नवयुवकों को जागरूक कर स्वरोजगार हेतु तैयार किया जायेगा. तथा इनके विभिन्न अनुप्रयोगों का उद्देश्य सतत मत्स्य पालन प्रबन्धन, जैव विविधता संरक्षण और प्रर्यावरण संरक्षण है क्योंकि नदियों, झीलों तालाब, इत्यादि के प्रर्यावरण को संतुलित रखने में मछली की विशेष उपयोगिता है इसलिए वैज्ञानिकों द्वारा मछली को जीवन सूचक (बाओइंडिकेटर) माना गया है।

डाटा सेन्टर की नोडल अधिकारी डॉ० कविता काला ने बताया कि यह केन्द्र एक जैव विविधता सूचना प्रणाली होगा जो प्रमुख हिमालयन नदियों से मिलने वाली मत्स्य व्यवसायिक प्रजातियों के लिए गतिशिलता पर महत्वपूर्ण तथ्य प्रदान करेगा। इसका प्रारम्भिक लक्ष्य ज्ञात सभी हिमालयन मत्स्य प्रजातियों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर (जिसमें हिमालयन फिशेस, फीश स्पीशीज, सामान्य नाम, उनके चित्रों के साथ साक्षेदारी में) संकलित कर इस केन्द्र को विकसित करना है। इस कार्य हेतु एक वेबसाइट को भी बनाया जायेगा जिसमें उपलब्ध विश्लेषणात्मक और ग्राफिकल टूल के साथ डेटावेस की जानकारी (वैज्ञानिको, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, मत्स्य प्रबन्धकों, संरक्षण वादियों शिक्षकों और छात्रों) के विभिन्न समूह की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करेगी तथा उक्त केन्द्र के सभी कार्यों के सफल संचालन हेतु फिशरी विभाग उत्तराखण्ड के साथ साथ एम ओ यू साइन किया जा रहा है जो समय समय पर इस केन्द्र को विकसित करने में अपना सहयोग प्रदान करेगा।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० डी०पी०एस० भण्डारी एवं डॉ० पदमा वशिष्ठ ने भी मत्स्य पालन हेतु प्रतिभागियों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया.

इस कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ० साक्षी शुक्ला द्वारा किया गया तथा इस केन्द्र के भविष्य मे होने वाले कार्यक्रम के लिए प्रतिभागियों का एक एक्सन ग्रुप एवं इस केन्द्र के संचालन हेतु महाविद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन भी किया गया है जिसमें डा० कुलदीप रावत, डा० पदमा वशिष्ठ, डा० विजय प्रकाश सेमवाल, डा० साक्षी शुक्ला, डा० सुमन सिंह गुसाई, डा० पुष्पा पंवार,  विजय सिंह पवार तथा  शंकर कुमार इत्यादि हैं

इस कार्यक्रम में डॉ० संजीव सिंह नेगी, डॉ० दिपेन्द्र सिंह तोपवाल, डॉ० खुशी कान्त बंगवाल, डा०हर्ष नेगी, डॉ० बी०डी०एस० नेगी, तकनीकी सदस्य  हरीश मोहन नेगी, सरिता एवं छात्र - छात्राओं में मुस्कान, सरोज, मनप्रीत, गौरीशंकर, पमीत, मनीषा, दीप्ति, काजल आदि ने प्रतिभाग किया।

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