आधुनिक भारत ,मेक इन इंडिया व डिजिटल इंडिया का आविष्कार व सपना हुआ साकार


रिखणीखाल/नैनीडान्डा : जनपद पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल प्रखंड व नैनीडान्डा प्रखंड के सरहद पर बसा एक गाँव "पोखार" अवस्थित है।ये गाँव काफी ऊंचाई पर स्थित होने,अच्छी खासी जनसंख्या व विस्तार आकार में फैलाव होने के बावजूद भी संचार नेटवर्किंग सेवा से अछूता है,चाहे भारत संचार निगम लिमिटेड,एयरटेल,आइडिया वोडोफोन,जियो आदि कोई भी नेटवर्क नहीं पकडता है।वैश्विक महामारी के समय भी यहाँ के बालक,बालिका इसी जगह से ऑनलाइन पढाई करते थे।अभी तक ये गाँव घर घर नल व जल,सड़क मार्ग से वंचित है।यहाँ गेंहू,जौ,मक्का,उड़द,गहथ,साग भाजी आदि फसलें प्रचुर मात्रा में पैदावार होती है यदि मौसम ने साथ दिया हो तो।काफल,बान्ज,बुरास आदि के फल पेड़ खूब हैं।


अब आपको आश्चर्य होगा कि इस गाँव के नवयुवकों ने डिजिटल इंडिया अर्थात संचार नेटवर्किंग की एक ऐसी जगह तलाशी है जहाँ से 4 जी नेटवर्किंग खूब पकड़ता है।इन्होंने इस जगह पर अपना एक ठिकाना बनाया है जहाँ से ये लोग अपने नाते रिश्तेदारों व अन्य डिजिटल कार्य व फोन व नेटवर्किंग सुविधा से आदान-प्रदान करते हैं।इस जगह के अलावा गाँव के आसपास या दूरदराज तक कोई भी सिग्नल व संचार नेटवर्किंग नहीं पकड़ता।इसी जगह से ये लोग अपने खेतों की फसलों की देखभाल व सुरक्षा भी करते हैं ताकि जंगली 




जानवर,पशु,पक्षी फसलों को नुकसान न पहुंचाये।गेंहू,जौ,मक्का आदि की फसल प्रचुर मात्रा में होता है,यहाँ तक कि स्थानीय लोग अन्य गाँवो के लोगों को बेचते हैं।सिर्फ कमी व तकलीफ है तो संचार नेटवर्किंग,सड़क मार्ग व पेयजल की,जो आजादी से पूर्व से चलती आ रही है।


ग्रामीणो की मांग है कि उत्तराखंड सरकार व उसके योग्य,कर्मठ,सुशील,जुझारू आदि अलंकरण से सुशोभित नुमाइंदे इस गाँव की ओर भी नजर फेरेंगे?



रिपोर्ट संकलन- प्रभुपाल सिंह रावत

सामाजिक कार्यकर्ता,रिखणीखाल

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