गंगा विश्व धरोहर मंच ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर छात्रों को आनंदम् , योग के साथ गंगाजल के महत्व व स्वास्थ्य पर जानकारी दी

रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी 


उत्तरकाशी : गंगा विश्व धरोहर मंच ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर छात्रों को आनंदम् , योग के साथ गंगाजल के महत्व व स्वास्थ्य पर जानकारी दी गई ।


गंगा विश्व धरोहर मंच के तत्वावधान में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोंगा में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर इस वर्ष की थीम 'हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य विषय के तहत जिसका उद्देश्य धरती पर रहने वाले हर मनुष्य के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है पर कार्यक्रम आयोजित किया। स्वास्थ्य दिवस के मौके पर 'योग अमृत महोत्सव' के रूप में छात्रों को आनंदम्  का अभ्यास व योग प्रशिक्षक आशीष नैथानी द्वारा विभिन्न प्रकार के योगासन सिखाये गये। गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने छात्रों को गंगा जल के औषधीय महत्व पर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि जहां एक तरफ गंगा जल में घुलित आक्सीजन की मात्रा अधिक रहती है वहीं हिमालयी क्षेत्र में औषधीय वनस्पतियों का अंबार है जो शीत ऋतु में बर्फ से दब जाते हैं। बाद में बर्फ पिघलने के बाद ये औषधियां व चट्टानों से खनिज गंगा जल के साथ गंगा नदी में मिल जाते हैं। इसलिए गंगा जल में औषधीय गुण पाए जाते हैं जो व्यक्ति को शक्ति प्रदान करते हैं। लेकिन मानवीय गतिविधियों व प्रदूषण के कारण गंगा जल की गुणवत्ता खराब हो रही है जोकि चिंताजनक है। डॉ. नौटियाल ने छात्रों को उत्तम स्वास्थ्य के उपायों से परिचित कराने के साथ  प्राथमिक उपचार के नुस्खे व सीपीआर तकनीकी भी सिखाई। 


इस अवसर प्रिंसिपल जेपी सेमवाल, शिक्षक हेमंत पंवार तथा मनोज सेमवाल ने भी छात्रों को स्वास्थ संबंधित जानकारी प्रदान की।

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