कालिन्दी खाल-बद्रीनाथ ट्रैक पर शुक्रवार को 17 सदस्यीय ट्रैकिंग दल गंगोत्री से रवाना हुआ

रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी 




 उत्तरकाशी:  दुनिया के सबसे कठिन व ऊँचे ट्रैक रूट में शामिल समुद्रतल से 5980 मीटर ऊँचे कालिन्दी खाल-बद्रीनाथ ट्रैक पर शुक्रवार को 17 सदस्यीय ट्रैकिंग दल गंगोत्री से रवाना हुआ. शाम को यह दल भोजवासा पहुंचा. 

इस दल में उच्च हिमालयी क्षेत्र में ट्रैकिंग के शौक़ीन रुद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार निवासी नवीन जोंटी सजवाण शामिल हैं. 


कालिन्दीखाल-बद्रीनाथ ट्रैक पर जून और सितंबर में सबसे अधिक ट्रैकिंग होती है। इस ट्रैक पर जाने के लिए कई दलों ने आवेदन किए हैं।

माउंटेनियरिग व ट्रैकिग कंपनी ग्रोथ ऐडवेंचर(प्रदीप राणा) के नेतृत्व में रवाना इस दल में ट्रैकर व गाइड किशन पंवार सहित कुल 17 लोग शामिल हैं। ट्रैकर नवीन जोंटी सजवाण ने बताया कि 27 मई को रवाना हुए दल का लक्ष्य 5 जून तक ट्रैक रूट को पार करके बद्रीनाथ पहुँचने का है.



उत्तरकाशी और चमोली ज़िले में कालिंदीखाल ट्रैक गंगोत्री और बद्रीनाथ धाम को जोड़ता है. 

लगभग 109 किमी लंबा यह ट्रैक प्राकृतिक सुंदरता के साथ रोमांच से भरपूर है, जो गंगोत्री धाम से शुरू होता है.इस ट्रैक पर साहसिक व रोमांच के शौक़ीन ट्रैकर गोमुख, तपोवन, नंदनवन होते हुए भागीरथी समूहों की चोटियों के साथ शिवलिंग चोटी के दर्शन करते हैं.



वासुकी ताल, श्वेता ग्लेशियर,कालिंदी खाल दर्रे के दुर्गम व बर्फ़ीले रास्तों से होते हुए घस्तोली, अरवा ताल होकर माणा बद्रीनाथ पहुंचते हैं।



इस दल में  सदस्य दिल्ली के राजीव कुमार, कोलकाता के कुणाल चक्रबर्ती,अंग्शुमान बोस,शंकर देबनाथ, सोमेंद्र सिकदर शामिल हैं।

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