दिनदहाड़े उत्तराखंड होमगार्ड पर किया गया जानलेवा हमला पुलिस थाने से मात्र 50 मीटर दूरी पर घटना को दिया अंजाम

राजेश पसरीचा 


उत्तराखण्ड जिला ऊधम सिंह नगर के थाना क्षेत्र गदरपुर शहर में दिनदहाड़े  ड्यूटी कर  घर जा रहे ए पी सी होमगार्ड  निर्मल

सिंह को अकेला देख घेराबंदी कर  उत्तर प्रदेश के बिलासपुर से आए दो हमलावरों  द्वारा गूलरभोज रोड पर सरेआम हमला कर दिया हमला करने के दौरान  हमलावरों ने होमगार्ड निर्मल सिंह की सर की पगड़ी तक उतार दी व सर पर भी गंभीर चोटे आई है  जिससे होमगार्ड निर्मल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया व आस पास के कुछ व्यापारियों  द्वारा बमुश्किल हमलवारों से छुड़ाया गया   आस पास के लोगों ने बताया कि  हमलावरों के हौसले इतने बुलंद थे कि वह बार बार  हमला करने पर उतारू हो  रहे थे घटना से  व्यापारियों में भी हड़कंप मच गया  हमलावरों द्वारा  होमगार्ड निर्मल सिंह एवं पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है जिस पर पीड़ित होमगार्ड  निर्मल सिंह द्वारा पुलिस को फ़ोन पर सूचना दी गई लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक एक हमलावर मौका पाकर भागने में कामयाब रहा जबकि  एक हमलावर को पुलिस ने घटनास्थल से पकड़ कर थाने ले आई व हवालात में बंद कर दिया जिसके बाद देर शाम को पीड़ित निर्मल सिंह ने थाने पहुंच कर तहरीर देकर हमलावरों पर कार्यवाही की मांग की

जिस पर थानाध्यक्ष गदरपुर द्वारा इतनी बड़ी घटना के होने पर भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया व पीड़ित पक्ष पर समझौता करने का दबाव बनाया गया 

जिस पर पीड़ित पक्ष ने समझौता करने से साफ इनकार कर दिया व हमलावरों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही  की मांग की गई जिस पर घटना के 3 दिन बीत जाने पर भी  गदरपुर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया व घटना के दिन जिस एक हमलावर  को हवालात में बंद किया गया उसे भी पीड़ित पक्ष को बिना जानकारी दिए हमलावर को छोड़ दिया गया इससे गदरपुर थानाध्यक्ष की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं 

जहां एक ओर उत्तराखंड राज्य के पुलिस महानिदेशक  अशोक कुमार अपराधियों के लिए सख्त नजर आ रहे हैं व राज्य के पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाये जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर भरे बाजार में हमलावरों द्वारा होमगार्ड पर जानलेवा हमला होने पर भी गदरपुर थाना पुलिस द्वारा हमलावरों पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई  पीड़ित होमगार्ड निर्मल सिंह को गदरपुर अस्पताल भर्ती कराया जिसमें मेडिकल कराते हुए डॉक्टरों ने गंभीर चोटे होने पर रुद्रपुर जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया उसके बावजूद भी गदरपुर पुलिस द्वारा पीड़ित की मदद करने के बजाय हमलावरों को बचाने का प्रयास किया गया



ऐसे पुलिस कर्मियों की लापरवाही से ही उत्तराखंड राज्य में आए दिन अपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं गदरपुर पुलिस द्वारा लापरवाही होते देख पीड़ित परिवार  ने पुलिस अधीक्षक अपराध रुद्रपुर उधम सिंह नगर से मिल घटना   की जानकारी दी जिस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल  गदरपुर थानाध्यक्ष  को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए उसके बावजूद थानाध्यक्ष द्वारा  मुकदमा दर्ज नहीं किया गया जबकि पुलिस अधीक्षक अपराध जनपद उधम सिंह नगर द्वारा थानाध्यक्ष को घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देख हमलावरों पर मुकदमा कर कार्रवाई के निर्देश दिए उसके बावजूद आखिर थाना गदरपुर पुलिस हमलावरों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. 



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