पश्चाताप रैली निकाले भाजपा, आरएसएस : शांति प्रसाद भट्ट

 Team uklive



टिहरी : उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त डेलीगेट शान्ति प्रसाद भट्ट ने अंकिता भण्डारी की निर्मम हत्या पर भाजपा के केंडिल मार्च पर आक्रोश व्यक्त करते हुआ कहा कि भाजपा नेताओं को कैंडिल मार्च नहीं बल्कि पश्वताप मार्च निकालना चाहिए "उनके अभियुक्त नेता पुत्र  पर जिस तरह से पहाड़ की  बेटी की निर्मम हत्या का संघीन आरोप लगा है, वह पूरे देश को शर्मशार कर गया  ।

  भाजपा नेता पुत्र के इस जघन्य कृत्य से उत्तराखंड की बहन बेटिया अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है, पूरे घटनाक्रम पर जिस प्रकार भाजपा सरकार ने हीला हवाली की है, वह जग जाहिर है, जिस प्रकार भाजपा विधायक रात में डोजर लेकर पहुंची और साक्ष्य समाप्त हुए,
चार दिनों तक FIR ही दर्ज नहीं हुई।
  भट्ट ने कहा कि  राजस्व पुलिस ने जिस प्रकार अंकिता के मामले मै घोर लापरवाही की, यह सभी तथ्य सरकार पर अपने नेता पुत्र को बचाने का प्रयास था ।
   इस जघन्य घटना ने सभ्य समाज को झकझोर दिया , इस घटना से पता लगा कि विधि का शासन (Rule of law) और जंगलराज में फर्क क्या होता है। घटना के बाद भी भाजपा के आरएसएस विंग के एक  कर्नवाला नामक नेता ने जो अभद्र टिप्पणी की वह घाव पर नमक छिड़कने जैसा था।
अभी तक कई सवाल है, जिनका जवाब नही मिला है, अंकिता के परिजनों उचित क्षतिपूर्ति भी नही दी गई, ना ही परिवार के सदस्य को नोकरी दी गई।
   भाजपा के सांसदों/विधायको/मंत्रियों ने इतने दिनों तक संवेदना का एक शब्द नहीं कहा ! राज्य महिला आयोग ने तो हद ही कर दी!
इसलिए अब भाजपा के कैंडिल मार्च का कोई औचित्य नहीं रह गया है, अब तो इन्हें इस्तीफा देकर पश्चताप करना चाहिए चुकीं कन्या हत्या का पाप जो इन पर लगा है ।

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