आदर्श गंगा इको ग्राम सिरोर में जल साक्षरता कार्यक्रम व ग्रामीणों को बीज किट की गई वितरित
रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी
उत्तरकाशी : गंगा विश्व धरोहर मंच के तत्वावधान में राजकीय जूनियर हाईस्कूल सिरोर में छात्र-छात्राओं को जल गुणवत्ता परीक्षण के बारे में व्यावहारिक जानकारी दी गई। जिसमें जल का पीएच, जल में मौजूद घुलित आक्सीजन, चालकता, पारदर्शिता व गंगा जल में पाते जाने वाले जीव जंतुओं से परिचित कराने के साथ गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने कहा हिमालय क्षेत्र में जल एंव जंगल को केन्द्र में रखकर हीे पर्यटन का विकास हो न कि पारिस्थितकी को बिगाड़ने एंव राजस्व उगाही के लिए।
अत्याधिक पर्यटन विकास के चलते हमें ज्यादा बिजली होटल, परिवहन चाहिए और इन सबों से गंगा एंव हिमालय की नाजुक पारिस्थितकी तंत्र पर बहुत ही विपरीत प्रभाव पड़ रहा है जिसकी भरपाई हम राजस्व लाभ से कभी नहीं कर सकते हैं। पर्यटन के संदर्भ में गांधी जी की यह हिदायत याद रखनी चाहिए कि धरती के पास सभी की जरूरतों के लिए पर्याप्त सामग्री है लेकिन सभी के लालच के लिए नहीं।
गंगा का संरक्षण करने के लिए गंगा में मिलने वाली सभी नदियों पर काम करना होगा। नदी में पूरे वर्ष पर्यावरणीय बहाव एंव प्राकृतिक नालाओं में जल संरक्षण का कार्य दीर्घकालिक उपचारात्मक योजनाओं को बनाकर आम लोगों को रोजगार से जोड़ना होगा। जो नदी-नाले या प्राकृतिक जलाशय बनाए गये हैं उनमेें वर्षा संचयन द्वारा चैकडेम बनाकर या अन्य तरीकों से रिचार्जिंग की व्यापक व्यवस्था करनी होगी। नदी के तटीय व पर्यावरणीय सुन्दरता को बनाने हेतु वनस्पतियों एंव प्राकृतिक जैवविविधताओं को संबधित करना होगा। व्यापक वृक्षारोपण से नदी तट को हेरिटेज पार्क बनाया जा सकता है जिससे लोग नदी से अच्छी तरह से जुड़ सकते हैं।
रिवर गार्डेन में किसी तरह का कंक्रीट निर्माण न हो व प्राकृतिक जैवविविधाताओं को ध्यान रखकर ही रिवरफ्रंट बनाया जाये। किसी भी हालात मे प्राकृतिक नालों में नगरीय अपशिष्ट का प्रवाह न हो। इस अवसर गंगा विश्व धरोहर मंच के सदस्य सुशील डिमरी, आदेश व प्रशान्त ने भी ग्रामीणों से विभिन्न तथ्यों पर वार्ता की। गांव के युवाओं के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं हेतु पठन सामग्री उपलब्ध कराई गई। गंगा को जानें व समझे प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मयंक ने द्वितीय तथा स्थान भानू प्रताप ने व तृतीय स्थान अनुराग ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत प्रधान रतन सिंह राणा, प्रधानाध्यापिका अमिता पंवार, नवीन राणा, विमन भट्ट व अनेकों ग्रामीण पुरुष व मातृशक्ति उपस्थित थीं।
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