गंगा ग्राम वीरपुर डुंडा में गंगा साक्षरता संवाद, गंगा स्वच्छता रैली व गंगा स्वच्छता कार्यक्रम

रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी 




उत्तरकाशी : गंगा विश्व धरोहर मंच के तत्वावधान में गंगा तट पर अवस्थित वीरपुर में युवाओं को गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक किया व गंगा तट को पालीथीन मुक्त रखने के लिए वीरपुर में रैली के माध्यम से सचेत किया गया। साथ ही गंगा तट पर बिखरे अजैविक कचरा को हटाया गया। इस अवसर पर गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने कहा कि गंगा जल गुणवत्ता के आवश्यक है कि जल गुणवत्ता सुधार हेतु लोगों में समझ बढ़ाई जाए। 



कृषि में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग और ठोस अपशिष्ट जैसे मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान देना जरूरी है। इसमें प्रत्येक नागरिक को अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सहयोग करना चाहिये। डॉ. नौटियाल ने गंगा संवाद के दौरान युवाओं को जानकारी देते हुए बताया कि गंगा जल में घुलित ऑक्सीजन यानि डीओ वह मात्रा है जो जलीय जीवों के श्वसन के लिये आवश्यक होती है। जब जल में घुलित आक्सीजन की मात्रा 8.0 मिलिग्राम प्रति लीटर से कम हो जाती है तो ऐसे जल को संदूषित कहा जाता है। जब यह मात्रा 4.0 मिलिग्राम प्रति लीटर से कम हो जाती है तो इसे अत्यधिक प्रदूषित कहा जाता है। जबकि अधिक घुलित ऑक्सीजन, जल निकाय का स्वास्थ्य बेहतर होता है। 



गंगा जल का बीओडी स्तर 6 मिलीग्राम प्रति लीटर से अधिक होता है, उन्हें प्रदूषित माना जाता है। जैविक ऑक्सीजन मांग (बीओडी) के  भी पानी की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है। जो जैविक जीवों द्वारा ऑक्सीजन की खपत की मात्रा से संबंधित है। इसका मूल्य जितना कम होगा, पानी की गुणवत्ता उतनी ही बेहतर होगी। कार्यक्रम में गंगा विश्व धरोहर मंच के सदस्य भगवती जोशी पालीथीन व प्लास्टिक को जलाते जाने पर उत्पन्न दुष्प्रभावों से परिचित कराया। समाजसेवी व्यापार मंडल से जुड़े पदाधिकारी कीर्तिनिधि सजवाण ने डुंडा को स्वच्छ रखने के लिए नवीन विचारों को साझा करते हुए कहा कि डुंडा में बढ़ते कचरे के निस्तारण के लिए आमजन की भागीदारी जरूरी है। सुनील भट्ट गंगा के धार्मिक पक्षों पर युवाओं को जानकारी दी। आईशा पंवार ने घर-घर में गीले कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया समझाई। 



गंगा विश्व धरोहर मंच सदस्य आदेश नौटियाल, चन्द्रेश जोशी, युद्धवीर सिंह राणा, सुनील नेगी, हिमानी, लक्ष्मी, नकुल भोटिया सहित एसवीएम डुंडा के छात्रों ने सहयोग किया।

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