गंगा विश्व धरोहर मंच के सदस्यों ने विविधता संरक्षण के लिए धराली में किया गंगा संवाद कार्यक्रम
रिपोर्ट : वीरेंद्र नेगी
उत्तरकाशी : देवदार वृक्षों से घिरे व पवित्र गंगा तट पर बसे धराली में गंगा विश्व धरोहर बने के उद्देश्य से गंगा संवाद आयोजित किया गया जिसमें गंगा के गौरवशाली पक्षों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर संवाद में संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने कहा कि गंगा हमारी पहचान है तथा देश के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक मूल्यों को पिरोने वाली मूलभूत डोर है।
गंगा की जलीय व तटों के आसपास जैव विविधता के संरक्षण के साथ-साथ इसे प्लास्टिक मुक्त रखना सरकारों के साथ हम सबकी जिम्मेदारी है इसके लिए गंगा विश्व धरोहर मंच संकल्पित है। युवा महेश पंवार ने कहा कि उत्तराखंड का पानी और उत्तराखंड की जवानी उत्तराखंड के लिए काम आनी ही चाहिए इसके लिए युवाओं को स्वरोजगार से जुड़कर स्वदेशी और ग्राम आधारित अर्थ व्यवस्था को विकसित करने की दिशा में प्रयास आगे बढ़ना होगा।
गंगा विश्व धरोहर मंच के सदस्य व पूर्व कनिष्ठ प्रमुख संजय पंवार ने कहा कि आत्मनिर्भर होने के लिए हम जैविक खेती, जड़ी बूटी उत्पादन, बागवानी, इको पर्यटन, सौर उर्जा अदि अनेक क्षेत्रों में हम उन्नत व सुनियोजित तरीके से काम करने के लिए अग्रसर रहेंगे। मंच के सदस्य ज्ञानचंद पंवार ने कहा कि गंगोत्री वैली में विशिष्ट जैवविविधता के साथ बागवानी व इको पर्यटन में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं लेकिन चिंता की बात यह है कि आज भी क्षेत्र के सैकड़ों शिक्षित युवा व्यावसायिक कौशलों के अभाव में बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। जबकि सरकारी स्तर से यदि इन्हें प्रशिक्षण या रोजगार परक कोर्स सुलभ हो जाय तो गंगा घाटी के इस सीमांत क्षेत्र को पूर्णतया आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
इस अवसर ग्राम प्रधान प्रभा देवी जन प्रतिनिधि प्रदीप, पूर्ण सिंह, राजेश सिंह सहित गांव के कास्तकार व अन्य लोग उपस्थित थे।
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