Team uklive
टिहरी : उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जिसमे टिहरी झील ली रॉय ग्रुप ऑफ होटल्स सिंराई, व कोटी कालोनी की विभिन्न शिकायतों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से जानकारी दी गई.
समिति अध्यक्ष कुलदीप पंवार ने कहा कि ग्राम सिंराई, कोटी कालोनी में बने ली रॉय होटल्स में लगातार बहुत सारी वीडियो फेसबुक,व्हाट्सप्प के माध्यम से सामने आ रही है, जिसमें उक्त कम्पनी अपने फ्लोटिंग हट का मल-मूत्र बीच टिहरी झील में डाल रहा है जिसमें हिन्दुओं की आस्था को भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है.
कहा हम सभी हिन्दु गंगा मां का जल अपने पित्रों का विसर्जन, पूजन कार्य आदि में उपयोग करते हैं साथ ही कई त्योहारों में बड़े-बड़े साधु संत, ग्रामीण समय-समय पर उक्त जल से स्नान कर पूजन पाठ भी करते हैं.
कुलदीप ने बताया कि इस जल को समस्त टिहरी, देश वासी पीने के लिये भी उपयोग करते है साथ ही देश विदेश के लोगों का भी गंगा मां के प्रति गहरी आस्था है.
इस कृत्य से पर्यटन पर भी बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है.
उन्होंने जिलाधिकारी से ली रॉय कम्पनी द्वारा इस कृत्य के लिये फ्लोटिंग हट का ऐग्रीमेन्ट निरस्त करते हुये कठोर से कठोर कार्यवाही करने की मांग की हैं.
कुलदीप ने कहा कि उक्त कंपनी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, नमामी गंगा परियोजना को भी पलीता लगा रही है।
समिति अध्यक्ष ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कम्पनी द्वारा निम्न अनिमितियायें समय समय पर की जाती है जिनमे वोटिंग हट का सीवर सीधे टिहरी झील में डाला जा रहा है।
सीवर को नष्ट करने का कम्पनी के पास कोई उपाय नहीं है।
सीवर को नष्ट करने के लिये केमिकल बिल भी देखें जायें साथ ही टेंकर की साफ-सफाई करने का सत्यापन किया जाये.
कहा कि कर्मचारियों का ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया गया, कर्मचारियों का ई.पी.एफ भी नहीं काटा जाता है।
कोटी कालोनी से फ्लोटिंग हट तक पर्यटकों को नियम विरूद्ध बोट पर घुमाया जाता हैं.
टिहरी झील में पर्यटकों हेतु वाटर स्पोर्ट्स की अनुमति न होने पर भी अधिक रेट लेकर पर्यटकों को बिना लाईफ गार्ड, बिना जैकेट के घुमाया जाता है।
पर्यटकों को अधिक रेटों पर प्री-वेडिंग वोटिंग, बिना ऑपरेटर लाईसेंस एवं बिना विभागीय अनुमति (टाडा) के वोटिंग करवायी जाती है।
समिति ने विगत तीन वर्षों में कितने पर्यटक फ्लोटिंग हट में आये और वोटिंग के साथ ही सीवर नष्ट करने के लिये रजिस्टर भी देखने की मांग जिलाधिकारी से की हैं.
ज्ञापन देने वालों मे कुलदीप पंवार, लखवीर सिंह चौहान, विनोद रावत (सह सचिव), पवनदीप पंवार, जगदीप पंवार, बीरेन्द्र पंवार,
आशीष रावत, दीपक रावत, दीपक पंवार, अनुप पंवार, प्रदीप पंवार, मदन, गाविन्द राणा, सुनील डोभाल, कमल पंवार, मनोज पंवार, मूर्ति पुण्डीर,गौरव पंवार, सौरव पंवार, अमन पंवार,आशीष डंगवाल आदि शामिल रहे.
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