कृषि विज्ञान केंद्र टिहरी गढ़वाल द्वारा प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय जागरुकता एवं प्रदर्शन कार्यक्रम का सफल आयोजन

Team uklive


टिहरी : मंगलवार को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र रानीचौरी के वैज्ञानिकों तथा पर्वतीय कृषि महाविद्यालय के सह प्राध्यापकों एवं स्नातक चतुर्थ वर्ष के छात्रों द्वारा ‘कृषि विज्ञानं केन्द्रों के द्वारा प्राकृतिक खेती का विस्तार परियोजना’ तथा ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के अंतर्गत अटल उत्कृष्ट राजकीय विद्यालय गजा में एक दिवसीय कृषक जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन राजकीय विद्यालय के प्राध्यापक  द्वारिका नाथ द्वारा छात्रों को कृषि के विषय में जागरूक कर किया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र की मृदा वैज्ञानिक डॉ० शिखा ने मृदा स्वास्थ्य तथा प्राकृतिक खेती के चार सिद्धांतो जैसे "बीजामृत, जीवामृत, आच्छादन व वापसा" आदि के बारे में चर्चा की तथा कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों, कृषकों एवं छात्रों को कृषि से सम्बंदित  प्रशिक्षण भी दिया। केंद्र के पादप संरक्षण वैज्ञानिक डा. सचिन कुमार ने प्राकृतिक विधि से पौधों की कीटों तथा जीवाणुवों से बचाव के बारे में बताया तथा पादप सुरक्षा के उपाय बताये  कार्यक्रम में आगे बड़ते हुए विश्वविद्यालय के सश्य वैज्ञानिक तथा शोध एवं प्रसार केंद्र गजा के प्रभारी अधिकारी डा. अजय यादव ने अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 के विषय में जानकारी साझा करते हुए मोटे अनाजों से होने वाले स्वास्थय लाभ के बारे में बताया एवं छात्रों तथा ग्रामीणों को इन अनाजों के उपभोग को लेकर जागरूक किया। विश्वविद्यालय की अध्यापिका दीक्षा सेमवाल ने देसी अनाजों के खाध्य प्रसंस्करण और मोटा अनाज के आत्पाद बनाकर लघु उद्योग स्थापित करने और स्वरोजगार सृजन करने के लिए ग्रामीणों तथा छात्रों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय के स्नातक के छात्राओं कोमल, मोनिका, श्रृष्टि, परीक्षा, अनन्या तथा आर्चीप्रीत ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्राकृतिक खेती तथा कृषि शिक्षा के बारे में विद्यालय के छात्रों तथा किसनो को जागरूक किया। इस कार्यक्रम मे विद्यालय के शिक्षकों, छात्रों,छात्राओं तथा किसानों को मिलाकर कुल 150 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया l

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