टिहरी के छोटे से गांव के देव रतूड़ी ने चाइना मे किया देश का नाम रोशन
स्टोरी : ज्योति डोभाल
देव रतूड़ी से बातचीत पर आधारित
टिहरी (घनसाली) : टिहरी जिले के केमरया सौड़ के लाल ने देश के साथ ही चीन में भी अपने हुनर का डंका बजाया हैं।
देव रतूड़ी जहां चीनी फिल्म इंडस्ट्री में चर्चित चेहरा बनकर सामने आए हैं। उन्होंने कई चाइनीज फिल्मों में अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है। देव रतूड़ी विदेशी धरती पर आठ इंडियन रेस्टोरेंट के मालिक भी है.
आपको बता दे टिहरी जिले के केमरया सौड़ के लाल ने देश के साथ ही चीन में भी अपने हुनर का डंका बजाया हैं। देव रतूड़ी जहां चीनी फिल्म इंडस्ट्री में चर्चित चेहरा बनकर सामने आए हैं। उन्होंने कई चाइनीज फिल्मों में अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
देव रतूड़ी विदेशी धरती पर आठ इंडियन रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं.
विकास खंड भिलंगना में पट्टी केमर के ग्राम केमरया सौड़ में जन्मे 50 वर्षीय देव रतूड़ी आज विदेशों में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं। देव की प्रारंभिक शिक्षा राइंका चमियाला (लाटा) में हुई। दसवीं की पढ़ाई करने के बाद देव रतूड़ी वर्ष 1998 में भविष्य की तलाश में घर से बारह निकले। दिल्ली जाकर फिल्मों में काम करने के जुनून से मार्शल आर्ट सीखा.
फिर कुछ समय दिल्ली में रहने के बाद अभिनेता बनने के लिए मुंबई रवाना हो गए।
वर्ष 2005 में देव रतूड़ी चाइना चले गए.
देव रतूड़ी का असली और घर का नाम द्वारिका प्रसाद रतूड़ी है जिसे चाइना में जाकर बदलकर उन्होंने देव रतूड़ी कर दिया। देव रतूड़ी ने बताया कि उन्होंने सात से आठ वर्ष तक मुंबई में रहकर होटल में काम करने के साथ-साथ कुछ टीवी सीरियल और नाटक प्रोग्रामों में हिस्सा लिया। वहीं से फिल्मों में जाने की दिलचस्पी और बढ़ गई। वर्ष 2005 में देव रतूड़ी चाइना चले गए।
विदेशी धरती पर पहुंचने के बाद देव ने शुरुआत में वहां एक होटल में वेटर के रूप में काम किया फिर उसी में मैनेजर का पद संभाला। देव रतूड़ी ने बताया कि चाइना में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ पिछले 18 वर्षो से रह रहे हैं। देव रतूड़ी ने बताया कि वह अभी तक 35 से अधिक चाईनीज फिल्मों मे काम कर चुके हैं।
सामान्य परिवार में जन्मे देव ने बातचीत में कहा कि वर्ष 2024 के बाद वह अपने देश में भी फिल्म इंडस्ट्रीज में काम करेंगे। देव ने कहा कि वे अपने देश के प्रमुख त्योहारों पर अपने सभी इंडियन रेस्टोरेंट में बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। साथ ही भारतीय वेश भूषा को संजोए रखने के लिए रतूड़ी ने अपने सभी रेस्तरा में रखे है जिन्हें चाईनीज खूब पसंद करते हैं।
वर्ष 2013 में देव रतूड़ी ने चाइना में पहला इंडियन रेस्टोरेंट खोला और आज वह यहां पर 8 रेस्टोरेंट के मालिक हैं जिस में 50 से अधिक भारतीयों को रोजगार मिल रहा हैै। उनका कारोबार अच्छा खासा चल रहा है। वर्तमान में उनकी पहचान चाइना के उद्योगपतियों में होती है जो टिहरी जिले व देश के लिए भी गौरव की बात है।
आपको बता दे इसके साथ ही चायना सरकार द्वारा उनकी जीवनी को क्लास 7th के सिलेबस मे रखा गया है जो हमारे देश और उत्तराखंड के लिए बड़े ही गर्व की बात है.
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