जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने चम्बा आपदा मे स्वयं संभाला मोर्चा, देर रात तक चलवाया रेस्क्यू,पांच शव बरामद
रिपोर्ट : ज्योति डोभाल
चम्बा : एनएच 707ए चंबा-टिहरी मोटर मार्ग पर चम्बा थाने के ऊपर हुई भूस्खलन दुर्घटना में पांचवा शव देर रात सोहन सिंह रावत पुत्र रुकम सिंह, उम्र लगभग 34 वर्ष, ग्राम बेरगणी, ब्लॉक् थौलधार टिहरी का बरामद किया गया। इस प्रकार उक्त दुर्घटना में कुल पांच जनहानि हुई। इसके साथ ही 04 फॉर वीलर और 03 टू वीलर को तथा नगरपालिका का शौचालय एवं चम्बा थाने के गेट की क्षति हुई है। दुर्घटना स्थल के आस-पास के 04 घरों के 07 परिवारों को नोटिस देते हुए खाली करवाया गया। लोगों द्वारा आपसी सहमति से जिला प्रशासन को अवगत कराते हुए उनके रिश्तेदारों के घर अन्यत्र शिफ्ट किया गया।
सोमवार 21 अगस्त, 2023 को दोपहर समय लगभग 12.50 बजे चंबा-टिहरी मोटर मार्ग पर चम्बा थाने के समीप भूस्खलन से टैक्सी स्टैंड के उपर भारी मलवा आ गया, जिसमें कुछ गाड़ियों और लोगों के दबे होने की आशंका की सूचना प्राप्त हुई। एसडीआरएफ, राजस्व, पु चम्बा लिस, फायर, 108, एम्बुलेंस, जेसीबी द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। भूस्खलन से सड़क पर भारी मलवा आ गया था, जिसको हटाने के लिए 6 जेसीबी, 8 डंपर, 01 पोकलैंड के माध्यम से देर रात तक हटाया जा गया।
भारी मलबे से पांच शव बरामद किए गए, जिनमें-
1. पूनम खंडूरी पत्नी सुमन सिंह, उम्र लगभग 30 वर्ष, ग्राम जसपुर कंडीसौड़ टिहरी।
2. एक बच्चा पुत्र सुमन सिंह, उम्र लगभग चार माह।
3. सरस्वती देवी बहन सुमन सिंह, उम्र लगभग 32 वर्ष।
4. प्रकाश पुत्र फूलदास, उम्र लगभग 30 वर्ष, निवासी नावगर चम्बा टिहरी।
5. सोहन सिंह रावत पुत्र रुकम सिंह, उम्र लगभग 34 वर्ष, ग्राम बेरगणी, ब्लॉक् थौलधार
टिहरी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित दुर्घटनास्थल पर स्वयं देर रात तक 01 बजे तक लगभग 12 घंटे खड़े होकर अंतिम शव प्राप्त होने तथा रोड़ के यातायात हेतु खुलने तक मौके पर डटे रहे। चम्बा-नई टिहरी मार्ग पर चम्बा थाने के पास सुरक्षात्मक दृष्टि से आवागमन/यातायात प्रतिबंधित किया गया। शवों को पंचनामम हेतु जिला अस्पताल भेजा गया है, जहॉ से शावों को परिजनो को सौंप दिया गया है। घटना के समस्त मृतको को आपदा के अन्तर्गत अनुमान्य राहत राशि वितरित की जा चुकी है। मार्ग सुचारू कर दिया गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत आवगमन को रोका गया है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सभी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है तथा घरों के निर्माण करते समय खाला-नाला जैसे स्थानों का भी ध्याान रखा जाय क्योंकि अधिक बरसात में इन स्थानों पर खतरा ज्यादा बढ जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित परिवारों को जो भी आवशयकता होगी हर सम्भव मदद की जायेगी। उन्होने कहा कि जहां-जहां जहां लैंड स्लाईड जोन है उनका ट्रिटमेंट का परपोजल तो है ही किन्तु नये-नये स्लाईड जोन सामने आ रहे है उन पर भी उचित कार्य किया जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि पांचों मृतकों के परिजनों को 04-04 लाख की मुआवजा धनराशि उपलब्ध करा दी गयी है।
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