Team uklive
टिहरी : कोटीगाड चंबा मे ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति से जुड़ी महिला मंगल दल की बहनों ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन चम्बा ब्लॉक के कोटीगाड मे हुआ। जिसमें महिलाओं ने काफी संख्या में भाग लिया और अपने अनुभव एवं विचारों का आदान-प्रदान किया। सम्मेलन के दौरान, महिलाओं ने संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा घोषित विषय : 'महिलाएँ शांति की बीज बोतीं और वार्तालाप को बढ़ावा देतीं हैं' के साथ, समाज में उनकी भूमिका और महत्व पर चर्चा की। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और समाज में महिलाओं के समान अधिकारों के लिए आवाज बुलंद किया।
क्षेत्रीय विधायक किशोर उपाध्याय ने महिलाओं को अपने वर्चुअल सम्बोधन मे कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।हम सब मिलकर एक सभ्य समाज के निर्माण में सहायक बनना होगा।
सम्मेलन की मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि व चम्बा ब्लाक की शिवानी बिष्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि हर महिला को छोटी- छोटी बातों में शांति का बीज बोना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने अधिकार एवं न्याय को पाने के लिए आपसी वार्तालाप को माध्यम बनाना चाहिए।
राडस के अध्यक्ष सुशील बहुगुणा ने बताया कि उनके जीवन में उनकी माँ ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बतलाया कि उनकी माँ की मेहनत, सहानुभूति और उनके समर्पण ने ही उन्हें जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ने में मदद दिया। प्रधान बीना रावत ने कहा कि, "मेरी माँ ने मुझे जिम्मेदारी, साहस और संघर्ष का महत्व सिखाया। उनका प्रेरणादायक उदाहरण हमेशा मेरे साथ रहता है।" उनके समर्पण, संघर्ष और संबलता के लिए सलामी देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी माँ के साथ उनका संबंध गहरा और प्रेमपूर्ण है, जिसने उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का बल प्रदान किया है। अपना अनुभव साझा करते हुए कुम्भीबाला भट्ट ने कहा की सास के साथ भी उनका रिश्ता माँ बेटी की तरह रहा है।
महिला मंगल दल की अध्यक्ष संगीता रावत ने कहा, "महिलाओं और लड़कियों को अपने स्वास्थ्य के बारे में सजग रहना और ध्यान देना चाहिए।" उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है और उन्हें इसे प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने महिलाओं को नियमित चेकअप, स्वस्थ आहार, व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व के बारे बतलाते हुए जागरूक रहने की सलाह दी। राडस की लक्ष्मी बहुगुणा ने यह भी संदेश दिया कि खुद की देखभाल करना महिलाओं के लिए स्वतंत्रता और सशक्तिकरण का माध्यम है।
इस सम्मेलन के अंत में, सभी महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे समाज में अपनी स्थिति मजबूत करेंगी और महिलाओं के हित में काम करेंगे। धन्यवाद कीर्तन समिति की कविता डबराल ने दिया।
सम्मेलन को सफल बनाने में आंगनवाड़ी की पुष्पा देवी आशा कार्यकर्ता सुषमा देवी, महिला मंगल दल की रेखा शीला सुनीता ललिता शशि कविता कोंशी मानवेंद्र रविन्द्र रणजीत सुन्दर सिंह जगदीश बडोनी व रविश का अहम योगदान रहा।