हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने मे भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई से हो रहा अनावश्यक विलंब

Team uklive



 टिहरी : कांग्रेस की केंद्रीय सरकार ने टिहरी में खोला था हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज"किंतु 13वर्ष बाद भी भाजपा इस संस्थान का ठीक से रख रखाव भी नहीं कर पा रही है. 

 

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि  विश्व और एशिया मे हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट के रूप मे"टिहरी बांध परियोजना" को साकार रूप देने के बाद कांग्रेस की केंद्रीय सरकार ने पूर्व  मुख्यमंत्री हरीश रावत  व तत्कालीन कांग्रेस के स्थानीय विधायक और हम सभी साथियों के आग्रह पर और  यूपीए की चेयरपर्सन  सोनिया गांधी  की सलाह पर तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने  टिहरी जिले के भागीरथी पुरम ( डिबनू) मे "इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रो इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान  की स्वीकृति दी थी और इस संस्थान का शिलान्यास केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने 12जनवरी 2009 को किया था। इस संस्थान ने वर्ष 2011 मे काम करना शुरू कर दिया था, इस संस्थान मे निम्नाकित पांच कोर्स संचालित है:

1:BTeh mechanical,

2:BTeh Electronics and communication, 

3:BTeh Computer science, 4:BTeh Electrical, 

5:BTeh Civil ।

   इस अभिनव प्रयास के सफल होने के बाद हम सभी स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग पर कांग्रेस आलाकमान इस संस्थान को " भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Roorkee* ) का हिल कैंपस " बनाने को अग्रसर था और इस हेतु कांग्रेस की राज्य और केन्द्रीय सरकार पूरी तैयारी कर भी चुकी थी।

किंतु दुर्भाग्य से केंद्र मे कांग्रेस की सरकार नही रही और भाजपा सरकार केंद्र और राज्य मे पदारूढ हो गई,वर्तमान की धामी सरकार ने वही किया जैसा कि पूर्व की भाजपा सरकारें टिहरी के साथ सौतेला व्यवहार करती रही है।

पूर्व मे कांग्रेस सरकार ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविधालय रानीचौरी परिसर(चंबा टिहरी) को पूर्ण विश्वविद्यालय का दर्जा देकर अध्यादेश भी जारी कर दिया था, किंतु पश्चातवर्ती भाजपा सरकार इसे समाप्त कर पौड़ी गढ़वाल के भरसार मे स्थापित कर दिया।

इसी प्रकार जब कांग्रेस सरकार ने  श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय (चम्बा ) टिहरी को स्थापित किया तब भाजपा ने इसका  कैपस ऋषिकेश बना दिया।


 "चुकीं हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज स्ववित्तपोषित संस्थान है, इसलिए *भाजपा ने बड़ी चालाकी से इसे वर्ष 2023 मे तकनीकी विश्व विद्यालय का* *कैपस* *कालेज बना दिया* " *ताकी इसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी रुड़की) का हिल कैंपस न बनाना पड़े और इतिश्री हो जाय।* 

दूसरी तरफ़ टिहरी से कांग्रेस के तत्कालीन विधायक जो अब दलबद्ल कर भाजपा के विधायक है, वह मुख्य्मंत्री, मंत्री को पाती लिख रहे है, जबकि मुख्य्मंत्री जी पहले ही केंद्र सरकार को पाती लिख चुके है, पर हासिल कुछ नहीं हुआ है, *अब तो टिहरी की जनता कहने लगीं है, कि मंत्री जी और मुख्य्मंत्री जी अपने क्षेत्र मे कहीं आईआईटी रुड़की का हिल* *कैंपस बनाना चाहते है, इसलिए जानबूझ टिहरी हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज को आई आई टी का हिल कैंपस बनाने के प्रकरण को  अटका लटका और भटका रहे है।

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