पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का दो दिवसीय टिहरी प्रवास

Team uklive


टिहरी : उतराखंड प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री  हरीश रावत दिनाक 15एवम 16 जून 2024 को दो दिवसीय प्रवास पर टिहरी मे रहेंगे. 

इस आशय की जानकारी उनके पूर्व शासकीय प्रवक्ता शान्ति प्रसाद भट्ट ने दी है.

 भट्ट ने बताया कि  हरीश रावत  टिहरी मे प्रवास करेगें और उनका यह प्रवास एक प्रकार का एकांगी चिंतन प्रवास है । चुकीं उन्हे लगा कि टिहरी मुझ से कहीं नाराज तो नही है, जबकि टिहरी के हर संघर्ष मे हरीश रावत  साथ रहे है, ऐसा कोई विकास का बड़ा काम नही जो हरदा ने टिहरी के लिए न किया हो, हाइड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज , नर्सिग कालेज, होटल मैनेजमेंट संस्थान, पॉलिटेक्निक, डोबरा चांठी पुल, घोंटी पुल, चिन्यालसौड पुल तथा प्रतापनगर, थौलधार को अन्य पिछड़ा वर्ग(OBC), सुरकंडा रोपवे,विस्थापितों के हितों मे निर्णय, अनेकों सड़कें, पेयजल योजनाये, आदि आदि 

   सभी कार्यों मे हरीश रावत  का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

   इसलिए हरीश रावत  के दो दिवसीय प्रवास से कांग्रेस जन उत्साहित है।

 स्वयं हरीश रावत  ने अपनी फेस बुक पेज पर लिखा 

मैं 15 और 16 जून, 2024 को टिहरी कोटी कॉलोनी में प्रवास करूंगा।

 यह मेरा टिहरी का भ्रमण नहीं है, बल्कि एक एकांगी चिंतन के लिए प्रवास मात्र है। 

टिहरी और टिहरी के बेटे और बेटियां कांग्रेस से कुछ रूठ गई हैं। कांग्रेस ने टिहरी जनपद में ऐतिहासिक विकास कार्य किये, ऐसे-ऐसे निर्माण और विकास के स्रोत स्थापित किये हैं, महा योजनाएं बनाई जो न भूतों न भविष्यति !

 उसके बाद भी टिहरी हमसे रूठ गई है। हमने टिहरी और उत्तरकाशी में इतने विकास कार्य करवाए कि वहां के उस कालखंड के विधायकों को लोग विकास पुरुष के नाम से संबोधित करने लगे। 

उन्होंने कहा हमसे रूठ गए, अपना उनको लिया है जिनका टिहरी और उत्तरकाशी के विकास में कोई योगदान नहीं है। मैं चिंतन भी करूंगा, यथा संभव विमर्श भी करूंगा, अवसर मिला तो उत्तरकाशी भी जाऊंगा। मेरा टिहरी और टिहरी के लोगों से 1980 से जब मैं सांसद बना था, तब से एक गहरा रिश्ता बन गया। मैं उस रिश्ते की डोर को भी थामे रहना चाहता हूं इसलिये अवसर मिला तो डोबरा चांटी के पुल पर मैं उस डोर को मजबूती देने का आवाह्न भी करूंगा"

    

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