नहर में पानी नहीं होने से ग्रामीणों में रोष, सिंचित खेत पड़े बंजर
गजा से डी पी उनियाल की रिपोर्ट
टिहरी : विकास खंड चम्बा की धारअकरिया पट्टी के ग्राम खाण्ड व तैला के सैकड़ों एकड़ भूमि की सिंचाई करने वाली नहर के विगत 3 सालों से क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी नहीं आने से ग्रामीणों की सिंचित भूमि बंजर होने पर ग्रामीणों में आक्रोश है। राजेंद्र सिंह सजवाण प्रधान ग्राम पंचायत के हस्ताक्षर सहित दो दर्जन से भी अधिक ग्रामवासियों ने हस्ताक्षर करते हुए अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग नई टिहरी को भेजें पत्र में आक्रोश व्यक्त किया गया है कि विगत 3 सालों से नहर क्षतिग्रस्त होने से पानी नहीं आ रहा है जिसके कारण खेतों में धान , गेहूं और सब्जियां उत्पादन करने वाले खेत बंजर पड़े हैं। पत्र की प्रतिलिपि माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार देहरादून एवं सिंचाई मंत्री उत्तराखंड सरकार के अलावा जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल को भेजी गई है। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले पूरण सिंह, गुमान सिंह, कमल सिंह,देवसिंह ,मान सिंह, गीता देवी, मुन्नी देवी,मनीषा सहित 2 दर्जन से अधिक ग्रामवासियों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जुलाई का महिना आ रहा है काश्त कार धान की रोपाई नहीं कर सकते हैं यदि जुलाई प्रथम सप्ताह में नहर पर पानी नहीं आता है । ग्रामीणों का कहना है कि नहर की मरम्मत एवं सफाई तुरंत की जानी चाहिए। बताते चलें कि खांड नहर से खांड और तैला में सिंचाई की जाती है ।
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