दें बधाई : शिक्षा के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने पर संगीता चमोली को मिला अखिल भारतीय शिक्षारत्न सम्मान


Team uklive


सहारनपुर / टिहरी : सहारनपुर मे पहली बार अखिल भारतीय शिक्षारत्न सम्मान से शिक्षा के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया है l

जिसमें उत्तराखण्ड से टिहरी की संगीता चमोली सहित सरोज डिमरी, नंदी बहुगुणा, सरोजबाला सेमवाल, तेजोमहि बधानी ,उमा डियूँडी, साधना जोशी,संतोष व्यास, राजेश जोशी, विशंभरी भट्ट आदि  को अखिल भारतीय शिक्षारत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है l

बता दें यह सम्मान समारोह सहारनपुर मे पहली बार आयोजित किया गया है जिसमे टिहरी से पांच शिक्षिकाओं एवं एक शिक्षक को सम्मानित किया गया है l

रविवार को ग्लोकल विश्वविधालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी. के. भारती के दिशानिर्देशन में ग्लोकल विश्वविद्यालय  के सभागार में पहला "अखिल भारतीय शिक्षा सम्मेलन-2024" आयोजित किया गया ।

इस अखिल भारतीय शिक्षा सम्मेलन का शुभारंभ कार्यक्रम के अतिथिगण एवं विश्वविधालय के शीर्ष अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर के किया गया। इसके उपरांत अतिथियों को सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले, जनपद सहारनपुर सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 300 से अधिक शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रतीकचिन्ह एवं प्रमाणपत्र  देकर सम्मानित किया गया। 

उनको मिले सम्मान से टिहरी मे उनके शुभचिंतको मे खुशी की लहर है. 

इस अवसर पर कार्यक्रम के अतिथि योगगुरु पद्मश्री डॉ. भारत भूषण, उत्तर प्रदेश सरकार में विशेष सचिव, परिवहन विभाग अखिलेश कुमार (आईएएस), सहारनपुर के शहर काज़ी, काजी नदीम अख्तर, पद्मश्री डॉ. राजन सक्सेना, पद्मश्री चौ. सेठपाल सिंह सहित ग्लोकल विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ. एस. के. शर्मा, प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ. पी. के. मिश्रा एवं कुलसचिव प्रोफेसर डॉ. एस.पी. पाण्डे,प्रतिकुलपति (आयुष) प्रोफेसर डॉ. जॉन फ़िनबे एवं प्रोफेसर डॉ. उमेश कुमार ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। 


ग्लोकल विश्वविधालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी. के. भारती ने सूचित किया कि ये बड़े ही गर्व का विषय है कि ग्लोकल विश्वविद्यालय में पहला "अखिल भारतीय शिक्षा सम्मेलन-2024" आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि बेहतर व उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये ग्लोकल् विश्वविधालय विश्व पटल पर अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत देश-विदेश के हजारों छात्र-छात्राएं यहाँ शिक्षा ग्रहण कर विश्वविद्यालय को गौरवान्वित कर रहे हैं।


इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने प्रदर्शन से सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. स्वर्णिमा सिंह, डॉ. रेशमा ताहिर एवं डॉ शोभा त्रिपाठी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया। 

इस कार्यक्रम में उपरोक्त गणमान्यों के अलावा आयोजन समिति के सदस्यों, समस्त विभागाध्यक्षों, शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं, जनपद सहरनपुर सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 300 शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें