ज्योति डोभाल टिहरी
टिहरी : टिहरी डैम के पुनर्वास इतिहास में पहली बार किसी कास्तकार को पलायन नही करना पड़ेगा l
दो साल की मेहनत जमीन के बदले जमीन का सपना आज ग्रामीणों का साकार हो गया है l
समाजसेवी कुलदीप पंवार ने कहा कि अब ग्रामीण पहाड़ो में रहकर ही अपना रोजगार करेंगे तिवाड़ गांव मरोड़ा, उप्पू के ग्रामवासीयों मे हर्ष की लहर है l
आपको बता दें ग्रामीणों ने दो साल पूर्व जमीन के बदले जमीन को लेकर आंदोलन छेड़ा था.
ग्रामीणों का कहना था हम लोग आंशिक डूब क्षेत्र मे है अतः हमे अपनी डूबी हुई जमीन के बदले पैसा नही जमीन ही चाहिए.
ग्रामीणों को जल समाधि जैसे कदम भी उस समय THDC को झुकाने के लिए उठाने पड़े थे l कुलदीप पंवार ने इसे ग्रामीणों की जीत बताते हुए कहा कि लोगो व नेताओ ने तब कहा था कि जमीन के बदले जमीन मिलना नामुमकिन है इसलिये ऐसे फालतू के झंझट में ना पड़ो l
कहा कि अब तक के 35 सालो के इतिहास में किसी को भी जमीन के बदले जमीन नही मिली है परन्तु ग्रामीणों के हौसले डगमगाये नही.
हमारे साथीयो ने तभी ठान लिया था कि अब अपने पुरखो की डूबी जमीन पहाड़ो में ही ले कर रहेंगे, चाहे जान क्यो न जाये जिसमे गांव की हर मात्र शक्ति, युवाओ ने साथ दिया l
एक महीने झील किनारे भूखे प्यासे जीवन की परवाह न कर कर झील किनारे धरना शुरू किया जिसका फल आज मिला और आने वाले टाइम में टिहरी झील के सभी प्रभावित काश्तकारों को मिलेगा l
उन्होंने बताया कि कईयों ने हौसला भी तोड़ा, बदनाम भी किया पर हम नही टूटे जमीन दिला कर ही साँस ली l
कुलदीप ने बताया कि जल्द टिहरी पर्यटन सर्किट होगा l
उन्होंने इस कार्य के लिए DM टिहरी मयूर दीक्षित, अधिशासी निदेशक THDC LP जोशी , SC पुनर्वास,EE पुनर्वास, व समस्त कर्मचारी,ग्रामीणों का धन्यवाद दिया l
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