Team uklive
टिहरी : हक की आवाज बुलंद करने के लिए शहीद हुए करबला के इतिहास को पढ़ने के बाद मालूम होता है कि यह महीना कुर्बानी, गमखारी और भाईचारगी का महीना है, क्योंकि हजरत इमाम हुसैन रजि. ने अपनी कुर्बानी देकर पुरी इंसानियत को यह पैगाम दिया है कि अपने हक को माफ करने वाले बनो और दुसरों का हक देने वाले बनो। आज बोराडी में अकीदतमंदों ने ताजिया निकाल कर इमाम हुसैन की शहादत को याद किया इस अवसर शबिल का भी इंतजाम किया गया ताजिया जुलूस इमामबाड़ा से शुरू हो कर करबला में जा कर खत्म हुआ जहां अकीदतमंदों ने गमगीन माहौल में ताजिया सुपुर्द ए खाक किए गए इस अवसर पर मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के सदर मुशर्रफ अली,इमरान खान महबूब बक्श , सज्जाद बक्श, सद्दाम बक्श ,रमजान खान , दिलशाद , हसनैन , अब्बास, साजिद, समीर, शानू अहमद शहजाद , ऐनम हुसैन ,इमरान , मुशब अली,अब्बास,मोनू,वकील अनवर जिया,सहित अनेक लोग मौजूद रहे.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें