श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने राज्यपाल से की शिष्टाचार भेंट

 ज्योति डोभाल 


टिहरी :  08 जुलाई  को राजभवन में  कुलाधिपति/ राज्यपाल ले. जनरल  गुरमीत सिंह (से. नि) से श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने शिष्टाचार मुलाकात की।

 उन्होंने  कुलाधिपति/ राज्यपाल को विश्वविद्यालय की गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध करायी।

 प्रो0 जोशी ने विगत एक वर्ष में विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट कार्याें एवं अभिनव प्रयासों को  कुलाधिपति/ राज्यपाल के सम्मुख प्रस्तुत किया जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा आरम्भ किए गए नए पाठ्यक्रमों, नवाचारों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ किए गए समझौता ज्ञापन (एमओयू) के साथ-साथ विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रगति एवं भविष्य की कार्य योजनाएं शामिल रही।

कुलपति प्रो0 जोशी ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अंतर्गत आयोजित गोष्ठियों, शिक्षक उन्नयन कार्यक्रमों एवं अनुसंधान सम्बन्धी गतिविधियों की जानकारी  कुलाधिपति/ राज्यपाल  को दी। 

 कुलाधिपति/ राज्यपाल  को विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए प्रो0 जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कुल 24 पेटेंट फाईल किये गये, जिसमे  से 20 पेटेंट प्रकाशित हो चुके हैं एवं 04 पेटेंट भारत सरकार के पेटेंट विभाग द्वारा मंजूर ;हतंदजमकद्ध किये जा चुके हैं। 

15 समझौता ज्ञापन (एमओयू) राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ साइन किए गए हैं l

 वहीं 06 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, 05 फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, 08 उद्यमिता विकास कार्यक्रम एवं 10 वर्कशॉप के आयोजन की जानकारी भी कुलाधिपति  को दी गयी।

 साथ ही विश्वविद्यालय एवं परिसर ऋषिकेश में हो रहे निर्माण कार्याें की जानकारी से भी अवगत कराया गया। 

प्रो0 जोशी ने  कुलाधिपति को  अवगत कराया कि उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत प्रदेश के 10 उच्च शिक्षण संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिये चुना गया है। इनमें श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का ऋषिकेश परिसर भी शामिल है। 

जिस पर  कुलाधिपति/ राज्यपाल  द्वारा सराहना की गयी।

 कुलाधिपति/ राज्यपाल  ने कुलपति प्रो0 जोशी से विश्वविद्यालय द्वारा ‘‘वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च’’ के अंतर्गत किए जा रहे शोध के संबंध में जानकारी प्राप्त की जिस पर  कुलपति प्रो0 जोशी द्वारा ‘‘वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च’’ के अंतर्गत किए जा रहे शोध ‘‘आधुनिक परिदृश्य में भारतीय प्राच्य ज्ञान संपदा’’ के संबंध प्रगति का संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया गया।

 उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इस प्रोजेक्ट पर बेहद गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।

 कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने  कुलाधिपति को अवगत कराया कि इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 11-12 जून को आयोजित किया गया, जिसमें देश-विदेश के सौ से अधिक विषय-विशेषज्ञों और शोधार्थियों ने प्रतिभाग कर 228 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए।

 इस संगोष्ठी में प्राचीन भारतीय आयुर्वेद, गणित, पर्यावरण, कृषि, अर्थशास्त्र, धर्मग्रंथ, दर्शन, पारंपरिक भारतीय विज्ञान, भौतिकी, साहित्य, वेद, वेदांग, ज्योतिष, भूगोल, क्लोन निर्माण, वस्त्र विज्ञान, समाधि विज्ञान इत्यादि पर विचार-विमर्श हुआ। उन्होंने इस सम्मेलन से संबंधित स्मारिका एवं सार पुस्तिका कुलाधिपति को प्रस्तुत की।

 कुलाधिपति द्वारा कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी द्वारा किये जा रहे अभिनव प्रयासों एवं उत्कृृष्ट कार्याें की प्रशंसा की व समस्त विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी।

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