श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा सम्बद्ध स्ववित्त पोषित संस्थानों के निदेशकों/प्राचार्याें से सम्बद्धता एवं अन्य प्रकरणों पर बैठक का किया गया आयोजन

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टिहरी : गुरुवार को विश्वविद्यालय के बैठक कक्ष में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध समस्त निजी स्ववित्त पोषित संस्थानों के प्रबन्धकों/निदेशकों/प्राचार्याें के साथ सम्बद्धता प्रकरणों, शैक्षणिक गतिविधियों एवं भविष्य की कार्ययोजनाओं पर बैठक आयोजित की गयी। सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चन्द्रा ने विभिन्न संस्थानों से आये प्रबन्धकों/निदेशकों/प्राचार्याें का स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया। तदोपरान्त समस्त प्रबन्धकों/निदेशकों/प्राचार्याें द्वारा अपना परिचय मा0 कुलपति महोदय को दिया गया। 

बैठक में  कुलपति प्रो0 एन0 के0 जोशी द्वारा उपस्थित समस्त सम्बद्ध संस्थानों के प्रबन्धकों/निदेशकों/प्राचार्यों को विगत डेढ़ वर्ष में विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट कार्याें एवं अभिनव प्रयासों से अवगत कराया गया।

 प्रो0 जोशी ने बैठक में सम्बद्ध निजी संस्थानों को निर्देशित करते हुए अपेक्षा की कि वे अपने संस्थानों के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहया करायें, साथ ही विभिन्न अन्य शैक्षणिक/औद्योगिक संस्थानों से समझौता ज्ञापन करें ताकि छात्र-छात्राओं को बेहतर शैक्षणिक प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।  प्रो0 जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्थान शैक्षणिक गतिविधियों के अतिरिक्त अपने संकाय (फैकल्टी) से शोध एवं जर्नल प्रकाशन पर भी ध्यान केन्द्रित करें साथ ही अपने संस्थान को उत्कृष्ट केन्द्र बनाने हेतु राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, वर्कशाॅप एवं व्याख्यान मालाओं का आयोजन करें। उन्होने कहा कि वर्तमान युग डिजिटल क्रान्ति का है आप अपने संस्थान को विभिन्न सोशल मिडिया के माध्यम से अपडेट करते रहें अपनी हर उपलब्धि को सोशल मिडिया में साझा करें जिससे छात्र-छात्राओं तक आपके महाविद्यालय/संस्थान की जानकारी पहुंच सके। प्रो0 जोशी ने स्किल डेवल्पमेंट पर संस्थानों को विशेष जोर देने हेतु निर्देशित किया। उन्होनें समस्त सम्बद्ध संस्थानों को निर्देश दिये कि वे नैक हेतु तैयारियां प्रारम्भ कर दें ताकि आगामी वर्षाें में नैक में जा सकें।   

कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने सम्बद्धता के सम्बन्ध में उपस्थित समस्त सम्बद्ध संस्थानों के प्रबन्धकों/निदेशकों/प्राचार्यों को अवगत कराते हुए कहा कि समय-समय पर नियमानुसार फैकल्टी अनुमोदन एवं विश्वविद्यालय सम्बद्धता प्राप्त करना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें, इसके अतिरिक्त उनके द्वारा प्रत्येक संस्थान से मान्यता सम्बन्धी दस्तावेज यथा प्रभूति राशि, प्रक्रिया शुल्क, फैकल्टी अनुमोदन इत्यादि पर गहन विचार-विमर्श किया गया। कतिपय संस्थानों के मान्यता सम्बन्धी दस्तावेज/शुल्क अपूर्ण पाये गये जिन्हें ससमय जमा कराने हेतु निर्देश दिये गये।

 कतिपय संस्थानों द्वारा अपनी समस्याओं से  कुलपति महोदय को अवगत कराया गया जिनका निवारण विश्वविद्यालय स्तर से ससमय कर लिया गया। 

बैठक में उपकुलसचिव डाॅ0 आर0के0 जोशी, प्र0 निजी सचिव कुलपति वरूण डोभाल, विरेन्द्र सिंह, कुलदीप सिंह, पूनम रावत इत्यादि उपस्थित रहे।

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