परा विधिक स्वयंसेवियों के लिए विधिक ज्ञान एवं सेवा भाव दोनो आवश्यक: जिला जज

 ज्योति डोभाल संपादक 



टिहरी : परा विधिक स्वयंसेवी के रूप में कार्य करने के लिए सामान्य कानूनी ज्ञान एवं आम जनता के लिए सेवा भावना दोनों ही आवश्यक है। इसके लिए परा विधिक स्वयंसेवियों को जनता से भावनात्मक रूप से जुड़ना आवश्यक है। यह बाते जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष श्री योगेश कुमार गुप्ता ने दिनांक 22.09.2024 को परा विधिक स्वयंसेवियों के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर कही। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री आलोक राम त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर दिनांक 20.09.2024 से 22.09.2024 तक तीन दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम माइग्रेशन एंड असाइलम प्रोजेक्ट संस्था के द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स की टिहरी इकाई की ओर से भी परा विधिक स्वयंसेवियों को आपदा की स्थिति में विवेकपूर्ण व्यवहार करने एवं उपलब्ध सीमित संसाधनों के माध्यम से पीड़ितों को सहायता उपलब्ध कराने के गुर बताए गए। कार्यक्रम के समापन पर सभी परा विधिक स्वयंसेवियों को आई कार्ड, प्रमाणपत्र, अध्ययन सामग्री एवं बैनर वितरित किए गए। इस अवसर पर माइग्रेशन एंड एसाइलम संस्था के सदस्यगण अपरिमिता प्रताप एवं कुलदीप लकवाल को स्मृतिचिह्न भेट कर सम्मानित किया गया।

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