मुख्यमंत्री धामी ने देवभूमि में रखी सियासी सद्भाव की नींव

 Team uklive


समीक्षा बैठक में विपक्षी विधायकों को आमंत्रित करके जीता था दिल


 दीपोत्सव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने के लिए शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है। पिछले तीन दिनों में लगभग 7 हजार लोग सरकारी आवास में मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें दीपावली की शुभकामना दे चुके हैं। प्रदेशभर से आए लोगों का धामी ने गर्मजोशी से स्वागत किया और सभी के स्वस्थ, सुखमय और सौभाग्यपूर्ण जीवन की कामना की। इसी दौरान समय निकालकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर जाकर उन्हें दीपावली की शुभकामना दी। वह पक्ष और विपक्ष के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से मिलने पहुंचे, जिसे उत्तराखण्ड में राजनैतिक सौहार्द की एक शानदार परम्परा की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। 


  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक सफल प्रशासक के साथ ही बेहद विनम्र और मिलनसार राजनेता माना जाता है। जब भी कोई त्यौहार आता है वह प्रदेश के सी पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही बड़े बुजुर्ग नेताओं से मिलने उनके घर पहुंचते हैं और उन्हें शुभकानाएं देते हैं। वह जानते हैं कि जिस प्रदेश में राजनैतिक सौहार्द होता है वो खुद ही तरक्की की राह पर दौड़ पड़ता है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की खासियत यह भी है कि वह अपने से वरिष्ठ राजनेताओं का हमेशा सम्मान करते हैं और समय समय पर उनसे मिलकर मार्गदर्शन भी लेते रहते हैं। फिर चाहे वो राजनेता सत्ता पक्ष के हों या फिर विपक्ष के। उन्हें मालूम है कि लोकतंत्र में विपक्ष का भी उतना ही महत्व है जितना कि सत्तापक्ष का, इसीलिए धामी विकास के मामले में राजनैतिक विद्वेष की लकीर कभी नहीं खींची। अबकी बार दीपावली के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भुवन चन्द खण्डूड़ी, डा. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, सांसद अनिल बलूनी आदि राजनेताओं से मिलकर उन्हें शुभकानाएं दीं। सरल स्वभाव के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने के लिए उनके घर पर भी प्रदेशभर से हजारों शुभचिंतक पहुंचे। कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के अधिकतर विधायक भी दीप पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री धामी से मिलने मुख्यमंत्री आवास में पहुंचे।   



 

समीक्षा बैठक में विपक्षी विधायकों को आमंत्रित करके जीता था दिल


 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले वर्ष जब विधानसभावार क्षेत्रों में विकास कार्यों की समीक्षा की तो विपक्ष के विधायकों को पूरे सम्मान के साथ बैठक में आमंत्रित किया। विपक्ष के विधायकों ने भी उनका आमंत्रण स्वीकार किया और समीक्षा में शामिल हुए। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। विपक्ष के साथ चर्चा करने और उनके सुझावों पर अमल किए जाने के अच्छे परिणाम भी सामने आए। 

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धरातल पर उतरने लगीं 10–10 विकास योजनाएं

 

एक और उम्दा उदाहरण पेश करते हुए सीएम धामी ने सभी 70 विधायकों से अपने अपने विधानसभा क्षेत्र की 10–10 विकास योजनाओं के प्रस्ताव मांगे थे और विपक्षी विधायकों के प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत भी किए। धारचूला के कांग्रेसी विधायक हरीश धामी ने तो इसके लिए मुख्यमंत्री धामी की सार्वजनिक तौर पर सराहना भी की। अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी इन विकास कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।



प्रभागीय वनाधिकारी, टिहरी वन प्रभाग, नई टिहरी। अपील

!! जनपदवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !!



टिहरी जनपद उत्तराखण्ड के पर्वतीय अंचल में अवस्थित, चीड़, देवदार, बांज, फर स्प्रूस आदि के वनों से आच्छादित वन है। दीपावली के समय जहाँ एक ओर ग्रामीण अंचलों में स्थानीय जनमानस दूर दराज क्षेत्रों से अपने पैत्रिक गांव की ओर लौटते हैं वहीं दूसरी ओर गांव के समीप आरक्षित वन क्षेत्रों के समीप ग्रामीणों के आवाजाही बढ़ जाती है जिससे वनों में अग्नि की घटना एवं मानव वन्यजीव संघर्ष सम्बन्धित दुर्घटनायें भी प्रकाश में आती है, जिसके दृष्टिगत जनपदवासियों से वन विभाग निम्नलिखित सावधानियों बरतने की अपील करता है-

1. दीपावली उत्सव मनाने हेतु सभी जनपदवासी सर्वप्रथम अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें पटाखे आदि जलाने में किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं से बचने का सावधानी ही महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है।

2. दीपावली उत्सव मनाये जाने हेतु नियत स्थान का चयन कर सभी ग्रामीण समूहों के रूप में खुले स्थान पर पटाखे आदि छोड़े, जिससे पटाखों से निकलने वाली आग / चिंगारियों से वन एवं वन्यजीवों को किसी भी प्रकार की हानि न पहुँचे।

3. ग्रामीण अपने घर के आस-पास की झाड़ियों आदि की सफाई कर उन्हें नियत स्थान पर एकत्रित कर फुकान कर देवें, जिससे हिंसक वन्य जीव ग्रामवासियों के घरों के आस-पास के न सकें।

4. वनों/वनों के समीप पटाखे न छोड़ें जिससे वन्य जीवों को किसी प्रकार असावधानी न हो।

5. वनों में महिलायें/बच्चे अकेले न जायें, यदि जाना अत्यन्त आवश्यक हो तो समूह में बात करते हुए जायें।


प्रभागीय वनाधिकारी टिहरी वन प्रभाग, नई टिहरी।

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