महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ा कदम, 38 महिलाओं को सिलाई मशीन और 21 को जूस बनाने के उपकरण वितरित
Team uklive
चंबा। मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति रानीचौरी (राड्स) संस्था की पहल पर यहां सत्कार होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सिलाई मशीन, हैंडलूम मशीन और जूस बनाने के बर्तन वितरित किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर पालिकाध्यक्ष शोभनी धनोला, ओबीसी आयोग के अध्यक्ष संजय नेगी और डीपीओ संजय गौरव संस्थाध्यक्ष सुशील बहुगुणा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान संस्था की ओर से खाद्य प्रसंस्करण एवं कटाई-बुनाई प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी 38 महिलाओं को सिलाई मशीन, दो हैंडलूम मशीन और 40 महिलाओं को जूस बनाने के बर्तन वितरित किए गए। मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष धनोला ने महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा आज के दौर में महिलाओं को केवल गृहस्थी तक सीमित न रहकर आर्थिक रूप से मजबूत बनने की भी जरूरत है। सिलाई, हैंडलूम और जूस बनाने का कार्य घर बैठे किया जा सकता है, जिससे परिवार की आय में वृद्धि होगी और महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकेंगी।
ओबीसी आयोग के अध्यक्ष नेगी ने राड्स संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा संस्था का यह प्रयास सराहनीय है। महिलाओं को स्वरोजगार के लिए संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति रानीचौरी (राड्स) के अध्यक्ष सुशील बहुगुणा ने मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजना की जानकारी देते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की अपील की। उन्होंने कहा आज के दौर में महंगाई बढ़ रही है और हर घर में आर्थिक आवश्यकताएं भी बढ़ रही हैं। ऐसे में स्वरोजगार का महत्व और बढ़ जाता है। महिलाएं यदि सिलाई, हैंडलूम और जूस बनाने जैसे रोजगार को अपनाती हैं तो वे घर बैठे ही अच्छी आय अर्जित कर सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे इस अवसर का पूरा लाभ उठाएं और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ें। शिक्षक उषा नकोटी ने प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर संस्था की सचिव कुंभीबाला भट्ट, जगदीश बडोनी, लक्ष्मी बहुगुणा, रवीश चमोली आदि मौजूद रहे।
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