टिहरी बांध विस्थापितों ने सिंचाई सचिव आर राजेश कुमार और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
Team uklive
टिहरी, 29 मार्च : टिहरी बांध विस्थापितों ने सिंचाई सचिव आर राजेश कुमार और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि टीएचडीसी के सांठगांठ करके वह सभी पुनर्वास संबंधित कार्य राज्य सरकार के हटाकर टीएचडीसी को देने के लिए आतुर हैं। जबकि इस मामले में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं, कि टिहरी बांध विस्थापितों-प्रभावितों के पुनर्वास का मसला पुनर्वास विभाग ही हल करेगा। इस मामले में जनहित याचिका भी हाइकोर्ट में दर्ज है। लेकिन बेलगाम अधिकारी कोर्ट की भी अवमानना कर रहे हैं।
शनिवार को पत्रकार वार्ता करते हुए पूर्व प्रमुख खेम सिंह चौहान, टिहरी बांध प्रभावित आंशिक डूब क्षेत्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा ने कहा कि 26 दिसंबर 2024 को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सिंचाई सचिव और डीएम/पुनर्वास निदेशक टिहरी को टिहरी बांध पुनर्वास संबंधित कार्य टीएचडीसी न करने के निर्देश दिए थे। लेकिन बीती 20 मार्च को सिंचाई सचिव आर. राजेश कुमार ने डीएम टिहरी को पत्र भेजकर पुनर्वास के कार्य टीएचडीसी को देने के निर्देश दिए हैं। चौहान और राणा ने कहा कि अभी भी 319 मामले अभी भी जिला, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। 159 केस अकेले पुनर्वास ग्रीवांस सेल में लंबित हैं। लेकिन साजिशन इस सेल को भी टीएचडीसी के अधिकारियों ने बंद करा दिया है। जिससे स्पष्ट है कि टीएचडीसी बांध विस्थापितों और प्रभावितों की समस्याएं हल करने को तैयार नहीं है। टिहरी झील के कारण कई गांव आज भी भूस्खलन की चपेट में है। कहा कि यदि पुनर्वास के सभी कार्य पूरे हो गए हैं तो टीएचडीसी और प्रशासन इसका श्वेत पत्र जारी करे। उन्होंने पुनर्वास के एसई आरके गुप्ता पर भी टीएचडीसी से मिलीभगत का आरोप लगाया है। कहा कि इस मामले में 4 अप्रैल को हाईकोर्ट में भी सुनवाई है। कोर्ट को अधिकारियों की ओर से किए गए अवमानना और मुख्य सचिव के आदेशों की अवहेलना से भी अवगत कराएंगे। समस्या हल न हुई तो धरना-प्रदर्शन और पुतले भी जलाएंगे।
वहीं पुनर्वास के SE गुप्ता का कहना है कि ज्यादातर मामले हमारे द्वारा निपटा लिए गए हैं जो छुट पुट मामले हैं वो ही बचे हैं.
उन्होंने कहा निर्माण कार्य कुछ हैं जिनको THDC कर लेगी l
इस मौके पर अनुसूया नौटियाल, महावीर चौहान, सोबन पंवार, सतेंद्र पुनेठा, जगदंबा पांडेय, रमेश पेटवाल मौजूद थे।
आर के गुप्ता SE पुनर्वास
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